कोलकाता । पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने भारतीय जनता पार्टी के एक नेता से पूछताछ की है। इसे लेकर उन्होंने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुंह खोला है। उक्त नेता का नाम कालोसोना मंडल है। वह बीरभूम जिले में पार्टी के पूर्व महासचिव रह चुके हैं। वह भाजपा के पहले नेता हैं जिन्हें चुनावी हिंसा के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। सोमवार सुबह 9:30 बजे के करीब दुर्गापुर में बने सीबीआई के अस्थाई कैंप में वह पहुंचे थे। उन्होंने बीरभूम जिले के वर्तमान भाजपा अध्यक्ष ध्रुव साहा को पागलों का सरदार करार दिया है और कहा है कि मुश्किल वक्त में पार्टी साथ छोड़ देती है और पार्टी के बेसहारा कार्यकर्ताओं को देखने वाला कोई नहीं रहता।
दरअसल कालोसोना मंडल को सीबीआई नोटिस पर ध्रुव ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि उसने भी शायद अणुव्रत मंडल से बात की है और इसी बारे में राज उगलवाने के लिए सीबीआई ने बुलाया है। इस संबंध में कालोसोना मंडल ने सोमवार को कहा कि ध्रुव पागलों की तरह बात करते हैं। मैंने चुनाव परिणाम के बाद चार तारीख को तृणमूल के कुछ नेताओं को फोन किया था जिसमें विकास और अंजन शामिल है। मैंने उन लोगों से कहा था कि आप लोगों की सरकार बन गई है अब तत्काल हिंसा रोकने के लिए काम करिए। उन्होंने कहा कि भाजपा के जो नेता आज बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं वे चुनावी हिंसा के बाद असहाय भाजपा कार्यकर्ताओं को छोड़कर फरार हो गए थे। मैं और मेरे साथ कुछ ही लोग थे जो अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़े थे। मैं चाहता हूं कि चुनावी हिंसा में जो लोग भी शामिल हैं वे सजा पाएं। इधर सीबीआई की टीम ने उनसे पूछताछ शुरू की है। खबर है कि उनके फोन से तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के अलावा अणुव्रत मंडल को भी फोन गया था इसलिए उनसे पूछताछ की जा रही है। भाजपा में आने से पहले मंडल तृणमूल कांग्रेस में थे और 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे।