सांकतोड़िया : कुल्टी के बोडिरा से अवैध खनन द्वारा उत्पादित कोयला सांकतोड़िया फांड़ी होते हुए नितुरिया थाना क्षेत्र में भी टपाया जा रहा है। यह धंधा कुछ पुलिस अधिकारियों, सीआईएसएफ की मिलीभगत से पल्लवित हो रहा है।
जानकार बताते हैं कि अवैध कोयला खनन अब भी जारी है। बल्कि बड़े वाहनों की जगह दो पहिया वाहनों साइकिलों और स्कूटरों से अवाध रूप से आज भी क्षेत्रों में टपाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार इलाकों में भीतरी रास्तों से अवैध उत्पादित कोयला पूर्व में गांगुटिया, शीतलपुर से गुजर रही रेलवे लाइन के रास्ते नोनिया बस्ती होकर सांकतोड़िया फांड़ी क्षेत्र में काफी घरों, चाय नाश्ते की दुकानों, ईंट भट्ठों तक में पहुंचाने की खबर है। वैसे भी काफी दिनों से चल रहा इस कारोबार पर रोक लगने की बात कही जा रही है। लेकिन देखा जा रहा है कि कभी इस पर पूरी तरह अंकुश नहीं लगाया जा सका है।
जानकार बताते हैं कि कुल्टी से अवैध उत्पादित कोयला भीतरी रास्तों से होते हुए सांकतोड़िया नोनिया बस्ती के रास्ते सांकतोड़िया, डिसरगढ़, शीतलपुर, नदीघाट सहित संलग्न क्षेत्रों में टपाया जा रहा है। एक साइकिल, स्कूटर पर 8-10 बोरियां कोयला लदी होती हैं।
इनमें साइकिलों पर लदे कोयले को दामोदर नदी पार नितुरिया थाना क्षेत्र में भी भेजा जा रहा है। कोयला कारोबारी सुभाष सेतु से हटकर नदी में हेलकर नदी पार पारबेलिया, हिजुली अंचल में ग्राहकों को बेंचते हैं। अवैध आयातित कोयला इन क्षेत्रों में छोटी चाय नाश्तों की दुकानों सहित छोटे कारखानों को भी आपूर्ति किया जा रहा है।
जानकारों का कहना है कि इसके बिना कई कारोबार दुकानें आदि बंद हो जाएंगी।