टीटागढ़, 22 मार्च! पश्चिमबंग हिंदी अकादमी द्वारा एवं माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रेरणा एवं पश्चिम बंग हिंदी अकादमी के अध्यक्ष श्री विवेक गुप्ता की पहल से टीटागढ़ एंग्लो वर्नाकुलर हाई स्कूल, प्रेसीडेंसी डिवीज़न में काव्य आवृत्ति और रचनात्मक लेखन कार्यशाला का आयोजन किया गया। उद्घाटन सत्र में जिला सूचना एवं संस्कृति विभाग अधिकारी श्री पल्लब पाल और श्रीमति सुष्मिता हाती, स्कूल के प्रधानाध्यापक श्रीमान नीरज राय, आलोचक मृत्युंजय श्रीवास्तव, कवि वि संस्कृतिकर्मी राज्यवर्द्धन, स्कॉटिश चर्च कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. गीता दुबे, नैहाटी के सीआईसी राजेन्द्र गुप्ता, डॉ असीम मंडल,बैरकपुर वेश्ली हिंदुस्तानी हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक श्रीमान गोपाल नारायण गुप्ता, टीटागढ़ नगरपालिका के पौरप्रधान श्री कमलेश साव जी उपस्थित थे। इस अवसर पर मृत्युंजय श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों के भीतर रचनात्मक अभिरुचि पैदा करता है। इसके लिए पश्चिमबंग हिंदी अकादमी बधाई का पात्र है। राज्यवर्द्धन ने कहा कि बच्चों को कविताओं से जोड़ना, उन्हें सृजनशील बनाने का पहला कदम है। नीरज राय ने कहा कि हमारे अंचल के विद्यार्थियों के लिए यह सुनहरा अवसर है कि हिंदी अकादमी द्वारा उन्हें काव्य आवृत्ति और रचनात्मक लेखन के लिए प्रशिक्षित किया गया। हिंदी अकादमी ने हमारे स्कूल को चुना। यह हमारे लिए गौरव का विषय है। कमलेश साव ने कहा कि मुख्यमंत्री के अथक प्रयास से राज्य में लगातार हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए कार्य हो रहे हैं। अकादमी के सदस्य डॉ. संजय जायसवाल के नेतृत्व में यह आयोजन बच्चों के लिए काफ़ी सार्थक और सराहनीय है। संयोजक संजय जायसवाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने व्यापक स्तर पर हिंदी भाषा और समाज को सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का काम कर रही है। इस अवसर पर अनीता राय, असित पांडेय, मंटू दास, विकास साव, संजय शाह, नवनीता दास, सुशील पांडेय, एन चंद्रा राव, कलावती कुमारी, अमरजीत पंडित, योगेश साव, संजय सिंह यादव, बसंत राम घोष, बबीता सिंह, शिव प्रकाश दास, सुशील कांति, शिपाली गुप्ता, रमाशंकर सिंह, आदित्य गिरी, मिथलेश साव, रोहित गुप्ता, नरेश दास, एकता हेला, मनीषा गुप्ता, मनोज चौधरी, डॉ इबरार ख़ान, डॉ मधु सिंह, लिली शाह, रोहित गुप्ता, सूर्यदेव राय, राहुल गौड़, सुषमा कुमारी, अनिल साव, दिनेश यादव, राजेन्द्र साव, पारसनाथ बनिया,जमीर अहमद,सत्या मिश्रा, ज्योति चौरसिया, मधु साव और राजेश दास बतौर विशेषज्ञ उपस्थित थे।इस आयोजन में प्रेसीडेंसी डिवीजन के लगभग 40 शिक्षण संस्थानों से 545 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में पप्पू रजक, विकास जायसवाल, सपना कुमारी, चंदन भगत, मुकेश पंडित, कंचन भगत, कुसुम भगत और फरहान अजीज की विशेष भूमिका रही।