आसनसोल। आसनसोल के पोलो ग्राउंड में चल रहे हस्तशिल्प मेले में बुधवार दोपहर अचानक भीषण आग लग गई, जिससे पूरे मेले में हड़कंप मच गया। इस घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आग लगते ही मेला कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर आग बुझाने की कोशिश की। दमकल विभाग करीब एक घंटे की देरी से पहुंचा, जिससे आग और ज्यादा भड़क गई। इस देरी के कारण गुस्साए लोगों ने दमकल अधिकारियों का घेराव किया और विरोध जताया। स्थानीय लोगों और दुकानदारों के मुताबिक लगभग 40 दुकानें जलकर राख हो गई। पीड़ित दुकानदारों के अंदर बहुत ही आक्रोश दिखा और उन्होंने भरपूर मुआवजे का मांग किया। प्रयोग में लगाए गए छोटे अग्निशमन यंत्र पूरी तरह निष्क्रिय थे। ये जानकारी भी दुकानदारों ने दी। फिलहाल, दमकलकर्मी आग पर पूरी तरह काबू पाने के लिए जुटे हुए हैं।
मेले में राज्यभर से आए लगभग 4500 हस्तशिल्प कलाकारों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया था। कलाकारों और व्यापारियों का बड़ा नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। यह मेला स्थानीय और बाहरी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ था, लेकिन इस आग से सब कुछ तहस-नहस हो गया। इस हस्तशिल्प मेले का उद्घाटन राज्य के कानून एवं श्रम मंत्री मलय घटक और हस्तशिल्प मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा ने किया था।
इस मेले में बंगाल के विभिन्न जिलों के कारीगरों ने भाग लिया था और यहां दुर्लभ हस्तशिल्प वस्तुएं प्रदर्शित की जा रही थीं। पर्यटकों के लिए यह मेला लोकल आर्ट और कलाकृतियों की खरीदारी का प्रमुख केंद्र बना हुआ था। आग लगने का कारण अभी भी साफ नहीं, प्रशासन जांच में जुटा है। आग कैसे लगी, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस और दमकल विभाग इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से यह हादसा हुआ, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है। प्रशासन की अपील – “घबराएं नहीं, नुकसान का आंकलन किया जा रहा है!” स्थानीय प्रशासन ने कारीगरों और व्यापारियों को सांत्वना दी है कि जल्द ही नुकसान का सही आंकलन किया जाएगा। मेला आयोजकों ने कहा है कि प्रभावित कारीगरों को राहत देने के लिए सरकार से अनुरोध किया जाएगा।