कोलकाता । दो दिवसीय दौरे पर उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दौरे के आखिरी दिन बुधवार को चाय श्रमिकों के लिए बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि चाय बागान में काम करने वाले मजदूरों के मेहनतने में 15 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने पूर्ववर्ती वाम मोर्चा की सरकार पर चाय बागान और श्रमिकों की उपेक्षा का आरोप लगाया। बनर्जी ने कहा कि वाममोर्चा के शासनकाल में चाय बागान में काम करने वाले श्रमिकों को प्रति दिन ₹67 रुपये वेतन मिलते थे। वर्तमान में उन्हें ₹202 रुपये का वेतन दिया जाता है। अब इसमें और 15 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी।
इतना ही नहीं उन्होंने चाय श्रमिकों के लिए आवास योजना की घोषणा करते हुए कहा कि “चाय सुंदरी” परियोजना के तहत चाय श्रमिकों के लिए आवास का निर्माण किया जाएगा।
यहां आदिवासियों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद सरकारी परियोजनाओं के उद्घाटन के दौरान संबोधन करते हुए ममता ने यह भी कहा कि आदिवासी समूह के लोग जिन जमीन पर रहते हैं अथवा खेती करते हैं उनका पट्टा भी उन्हें जल्द दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन का मालिकाना हक केवल आदिवासियों के पास ही रहेगा, उन्हें कोई नहीं छीन सकता।
कार्यक्रम के मंच से मुख्यमंत्री ने 37 परियोजनाओं का उद्घाटन किया जबकि 28 सरकारी योजनाओं का शिलान्यास किया है। इसके अलावा मधु पालन करने वालों के लिए अनुदान, रूपश्री और लक्खी श्री योजना के उपभोक्ताओं की सहायता और शरणार्थी लोगों को बिना शर्त जमीन की दलील भी दी गई है।