बांके बिहारी मंदिर में उड़े गुलाल की मनोहारी छटा देख भक्त हुए निहाल

बांकेबिहारी संग हाेली का लुपत उठाते भक्तगण

मथुरा, 03 फरवरी । मंदिरों की नगरी वृन्दावन में सोमवार को मां सरस्वती का प्रमुख पर्व बसंत पंचमी महोत्सव बड़े ही श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में बसंत पंचमी के दिन सेवायत गोस्वामियों ने प्रभु बांके बिहारी की छवि पर गुलाल लगाकर इसका शुभारंभ किया। इसके पश्चात यह गुलाल प्रसाद स्वरूप मंदिर में आये दर्शनार्थियों पर डाला गया। इस गुलाल को पाने के लिए श्रद्धालु भक्तों में होड़ मची रही।

बिहारीजी मंदिर में सोमवार को उड़े गुलाल और प्रभु बांके बिहारी की मनोहारी छटा देखकर भक्त निहाल हो गए। मंदिर में इंद्रधनुषी रंग अद्भुत छटा बिखेर रहे थे। इसी के साथ 40 दिन का होली महोत्सव शुरू हो गया।

उल्लेखनीय है कि मथुरा में रविवार को ही बसंत पंचमी उत्सव शुरू हो गया था। आज बांके बिहारी मंदिर में सुबह से ही बसंत पंचमी महोत्सव की धूम मची रही। राजभोग एवं श्रृंगार आरती के बाद सेवायत गोस्वामियों ने आने वाले श्रद्धालुओं पर जमकर प्रसादी गुलाल बरसाया। आराध्या के दर्शन के साथ होली आनंद लेकर श्रद्धालु भक्ति के रंग में सराबोर हो गए। मन्दिर में राजभोग एवं श्रृंगार आरती के बाद जैसे ही सेवायत गोस्वामियों द्वारा ठाकुरजी के चरणों में अर्पित अबीर-गुलाल श्रद्धालु भक्तों के ऊपर बरसाया। भक्तजन भी ठाकुरजी की इस प्रसादी में स्वयं को बार-बार रंगने को बेताब नजर आए।

अपने आराध्य के संग होली खेलने का आनन्द ले रहे श्रद्धालु आनन्दित होकर जयकारे लगाने लगे। मन्दिर प्रांगण जयकारों से गुंजायमान हो उठा। श्रद्धालु ठा. बांके बिहारी की जय-जयकार कर रहे थे। भक्तों की भीड़ मंदिर में देखने लायक थी। काफी संख्या में अबीर गुलाल उड़ते देख भक्त गद्गद हो गए। बांके बिहारी मंदिर में रंग गुलाल का बसंत पंचमी से शुभारंभ हो जाता है। इसको देखते हुए आज विशेष व्यवस्थाएं मंदिर के अंदर की गई थीं। विभिन्न प्रान्तों से तीर्थ यात्री आज बसंत पंचमी पर शुरू होने वाली अबीर गुलाल की होली का पहला दिन देखकर काफी खुश नजर आए। पूरे मंदिर में रंग बिरंगा गुलाल उड़ रहा था। प्रभू के सेवायत भक्तों को प्रसाद स्वरूपी गुलाल उड़ा रहे थे। वृन्दावन के दूसरे प्रमुख मंदिरों में भी आज बसंत पंचमी का पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया।

 

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