कोलकाता::कोलकाता की मशहूर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की सबसे बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) श्रेई इन्फ्रास्ट्रक्चर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राकेश कुमार भूतोरिया ने इस्तीफा दे दिया है। कंपनी के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बताया गया है कि महामारी की वजह से कंपनी की वित्तीय स्थिति काफी बिगड़ गई थी जिसके कारण उन पर दबाव बढ़ रहा था। हाल ही में वित्तीय संकट की वजह से ही कंपनी ने ईस्ट बंगाल क्लब को प्रायोजित करने से इनकार कर दिया था जिसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हस्तक्षेप करना पड़ा था।
इस समय कंपनी ऋण समाधान प्रक्रिया में है। महामारी के समय वित्तीय संकट की वजह से अपने बकाया की वसूली के लिये ऋणदाताओं ने कंपनी के वित्त पर नियंत्रण ले लिया था। इससे श्रेई समूह से बड़े पैमाने पर लोगों द्वारा नौकरी छोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया। कंपनी में वेतन में विलंब तो एक सामान्य बात हो गई है। कंपनी के शीर्ष स्तर के कार्यकारियों के वेतन की सीमा 50 लाख रुपये सालाना तय की गई है।
कंपनी के शीर्ष स्तर के कर्मचारी अपने बकाया वेतन को पाने के लिए कानूनी विकल्प पर विचार कर रहे हैं। बैंकों ने ‘ट्रस्ट एंड रिटेंशन खाते’ (टीआरए) पर नियंत्रण के जरिये इसे रोका हुआ है।
भूतोरिया का अंतिम कामकाज का दिन अभी तय नहीं हुआ है। सूत्रों ने बताया कि नए सीईओ की तलाश के लिए कंपनी ने एक अधिकारी की नियुक्ति की है।