कोलकाता । निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती महाराज ने श्रीमद् देवी भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में भक्तों के जीवन में सुख – समृद्धि के लिये देवी की आराधना करने की प्रेरणा दी । समाजसेवी श्याम रतन – कृष्णा, हेमन्त – रितिका, दीपक – दिव्या मूंधड़ा एवम् परिवार के सदस्यों तथा श्रद्धालु भक्तों ने व्यास पीठ का पूजन किया । बीकानेर राजगुरु स्वामी विशोकानंद भारती महाराज ने कहा देवी आराधना, श्रीमद् देवी भागवत कथा श्रवण करने से ऋषि – महर्षि, राजा – महाराजाओं को पुत्र – पौत्र, सुख, समृद्धि की प्राप्ति हुई थी । दुर्गा सप्तशती की महिमा पर कहा सृष्टि के विस्तार के लिये देवी सरस्वती, धन – समृद्धि के लिये देवी लक्ष्मी तथा शक्ति की आराधना के लिये आद्य शक्ति – देवी दुर्गा की आराधना करनी चाहिये । आद्यशक्ति को सर्वोच्च शक्ति के रूप में माना जाता है । देवी पुराण की मान्यता है भगवान शिव ने देवी के इसी स्वरूप से सिद्धियां प्राप्त की । शिव के अर्द्धनारीश्वर स्वरूप में जो देवी है वो सिद्धिदात्री देवी है । मूंधड़ा परिवार के सदस्यों ने श्रद्धालु भक्तों का स्वागत किया ।