
रानीगंज। रानीगंज के प्रतिष्ठित लोहारूवाला परिवार के शिशु बागान स्थित बाग में पेड़-पौधे काटने का मामला सामने आया है। विवाद के केंद्र में परिवार के सदस्य ज्ञान प्रकाश लोहारूवाला द्वारा बगीचे में लगे दर्जनों पेड़ों को बलपूर्वक काटने की घटना है। परिवार के अन्य सदस्य राजेश लोहारूवाला और उनकी पत्नी ने इस कार्य को रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। राजेश ने आरोप लगाया कि उनके भाई ज्ञान प्रकाश ने बलपूर्वक पेड़-पौधों को काटा और उनकी बातों को अनसुना कर दिया। घटना की जानकारी रानीगंज थाना और वन विभाग को दी गई। वन विभाग के अधिकारी तपन घोषाल ने कहा,बिना अनुमति के पेड़ काटना गैरकानूनी है, चाहे वह निजी संपत्ति पर ही क्यों न हो।
ज्ञान प्रकाश लोहारूवाला ने पेड़ काटने के पीछे का कारण बताते हुए कहा कि,इन पेड़ों के कारण हमें सांस की समस्या हो रही थी, इसलिए सफाई के उद्देश्य से हमने यह कदम उठाया। वहीं, राजेश लोहारूवाला ने इस तर्क को खारिज करते हुए कहा कि यह संपत्ति अभी भी बंटवारे की प्रक्रिया में है और बिना सहमति के ऐसा कोई कार्य नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हम बरसों से यहां रह रहे हैं और कभी कोई समस्या नहीं हुई। इस घटना पर वार्ड के पार्षद दिव्येंदु भगत ने कहा कि कानून स्पष्ट रूप से कहता है कि निजी संपत्ति पर भी बड़े पेड़ काटने के लिए अनुमति आवश्यक है। यह कार्य गैरकानूनी है और जांच की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, लोहारूवाला परिवार में वर्षों से संपत्ति विवाद चल रहा है। यह मामला अदालत में भी लंबित है। आज की घटना ने विवाद को और बढ़ा दिया है। इस घटना ने पारिवारिक विवाद को पर्यावरणीय मुद्दे में बदल दिया है। प्रशासन और वन विभाग ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। पेड़-पौधों की सुरक्षा और पारिवारिक शांति बनाए रखने के लिए उचित कदम उठाने की जरूरत है।
