राज्यपाल ने कोलकाता स्थित फोर्ट विलियम के ईस्टर्न आर्मी कमांड मुख्यालय में विजय स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत जानता है कि साथ आकर, एक साथ सोचकर और एक साथ काम करके कैसे आगे बढ़ा जाता है। उन्होंने कहा कि यह दिन न केवल हमारे लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए उत्पीड़त से मुक्ति का प्रतीक है।
राज्यपाल ने आगे कहा कि हमारे बांग्लादेशी भाई-बहनों ने यह साबित कर दिया कि किसी को भी हमेशा के लिए अधीन नहीं रखा जा सकता।
कार्यक्रम में बांग्लादेश सेना के ब्रिगेडियर मोहम्मद अमीनुर रहमान के नेतृत्व में नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ, जिसमें मुक्ति योद्धा और बांग्लादेश की सेना के एक अधिकारी भी मौजूद थे। इनके साथ सात पारिवारिक सदस्य भी समारोह में शामिल हुए। मुक्ति योद्धा हर साल विजय दिवस समारोह में भाग लेते हैं।
इस अवसर पर ईस्टर्न कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी, भारतीय सेना के पूर्व प्रमुख जनरल शंकर रॉय चौधरी, भारतीय वायु सेना के पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा और बांग्लादेश सेना के ब्रिगेडियर रहमान ने भी विजय स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
