कोलकाता, 14 दिसंबर । आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दुष्कर्म और हत्या की शिकार डॉक्टर के माता-पिता ने शुक्रवार को प्रमुख आरोपितों को जमानत मिलने पर गहरी निराशा जताई है।
उन्होंने सीबीआई जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा लगता है जैसे प्रणाली ने उन्हें निराश किया है।
कोलकाता की सियालदह कोर्ट ने इस मामले में आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और टाला पुलिस स्टेशन के पूर्व अधिकारी अभिजीत मंडल को जमानत दे दी। यह जमानत सीबीआई द्वारा 90 दिन की अनिवार्य अवधि के भीतर आरोप पत्र दाखिल न कर पाने के कारण मिली।
इस पर पीड़िता की मां ने कहा, हमें लगा था कि सीबीआई जांच तेज करेगी और दोषियों को सजा दिलाएगी। लेकिन अब, आरोपितों को जमानत मिलने से ऐसा लगता है कि सिस्टम हमें विफल कर रहा है। हर दिन हमें डर लगता है कि कहीं यह भी ऐसा मामला न बन जाए जिसमें प्रभावशाली लोग बिना सजा के बच निकलें।
पीड़िता के पिता ने भी गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि हमारा दिल टूट गया है। हमने सीबीआई पर भरोसा किया था कि वह हमारी बेटी के लिए न्याय दिलाएगी। लेकिन अब हमें लगने लगा है कि शायद हमें कभी न्याय नहीं मिलेगा।
