रानीगंज मे बढ़ते प्रदूषण को लेकर पूर्व पार्षद और विधायक ने उठाई आवाज

रानीगंज। आसनसोल के रानीगंज इलाका भीषण प्रदूषण की चपेट में है। पहली बार यहां के जनप्रतिनिधि भी इस प्रदूषण के प्रति गंभीर हुए हैं। क्षेत्रीय जनता की बढ़ती शिकायतों और पूर्व पार्षद आरिज जलीस द्वारा प्रदूषण के मुद्दे को लगातार उठाने के बाद, रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी ने इस समस्या को गंभीरता से लिया। विधायक तापस बनर्जी ने जिला प्रशासन को पत्र लिख कर रानीगंज के औद्योगिक इलाके मंगलपुर में भीषण प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की है। विधायक ने पश्चिम वर्द्धमान के जिलाशासक एस पोन्नाबलम को पत्र लिखकर प्रदूषण को रोकने और क्षेत्र के निवासियों को बचाने के लिए आवश्यक उपाय करने के लिए कहा। उन्होंने अपने लिखित पत्र में पूरे इलाके की स्थिति से अवगत कराया है। पूर्व पार्षद आरिज जलीस ने जिलाधिकारी एवं मेयर को बताया कि इस प्रदूषण के कारण क्षेत्रवासी सांस संबंधी समस्याओं सहित कई बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। उन्होंने जिलाधिकारी से पूरी स्थिति की समीक्षा करने और प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्रशासनिक स्तर पर आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया है। रानीगंज के मंगलपुर का निर्माण वाम काल के दौरान वर्ष 2000 में हुआ था। वर्तमान में इस औद्योगिक इलाके में कई स्पंज आयरन कारखाने हैं। इस औद्योगिक इलाके के आसपास लगभग सात गांव हैं। इन गांवों में हजारों की संख्या में लोग रहते हैं। इन गांवों में एक रानीगंज शहर भी है जो इस इलाके से बिल्कुल सटा हुआ है। कथित तौर पर मंगलपुर औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियों में प्रदूषण रोकने के उपाय कागजों पर हैं। लेकिन व्यवहार में वह व्यवस्था कितनी कारगर है, यह प्रदूषण के नतीजों को देखकर ही समझा जा सकता है। इस क्षेत्र की हवा में हमेशा काली राख उड़ती रहती है। वह राख की परत पेड़ों की पत्तियों, घर के खुले बरामदे और छत सहित बाहर की हर चीज़ पर जम जाती है। इन क्षेत्रों के निवासियों को हर समय अपने दरवाजे और खिड़कियां बंद रखनी पड़ती हैं। यहां तक की प्रदूषण से भी निजात नहीं मिल पा रहा है। धुंआ और धूल दरवाजों और खिड़कियों की दरारों से घर में घुस जा रहे हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा क्षेत्रवार वायु गुणवत्ता या वायु गुणवत्ता सूचकांक मापा जाता है। इससे पता चलता है कि पिछले सात दिनों में रानीगंज में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से 275 के बीच है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, 201 से 300 तक का स्तर स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। यह सूचक बच्चों, बूढ़ों और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। रानीगंज विधायक तापस बनर्जी ने कहा, औद्योगिक इलाके से सटे क्षेत्र के निवासियों ने कई बार शिकायत की है कि कारखानों से प्रदूषण फैल रहा है। इसलिए वे तरह-तरह की बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं। खासकर बच्चे और बुजुर्ग। रानीगंज विधायक होने के नाते वह सभी संबंधित विभागों को कार्रवाई करने को कहा है। लेकिन कुछ नहीं किया गया।

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