आसनसोल। आसनसोल हेल्थवर्ल्ड अस्पताल में एक अभूतपूर्व सफल सर्जरी की गई, 25 दिन की एक नवजात बच्ची पर जटिल और जीवन रक्षक सर्जरी को सफलतापूर्वक पूराकर बच्ची की जान बचाई। यह असाधारण सर्जरी आसनसोल क्षेत्र में अपनी तरह की पहली है और अस्पताल की उत्कृष्ट बाल चिकित्सा टीम की उत्कृष्टता को उजागर करती है।अस्पताल का दावा है कि नवजात देखभाल और सेवाएं वर्तमान समाज या समुदाय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती हैं। यह नवजात बच्ची गंभीर श्वसन समस्या और सांस लेने में कठिनाई के साथ अस्पताल लाई गई थी। छाती के एक्स-रे और सोनोग्राफी सहित चिकित्सा परीक्षणों के बाद पता चला कि बच्ची को एक दुर्लभ और खतरनाक जन्मजात विकृति – राइट-साइडेड कंजेनिटल डायफ्रामैटिक हर्निया (CDH) है। इस स्थिति में बच्ची का लिवर छाती की गुहा में खिसक गया था, जिससे दाहिने फेफड़े और दिल पर दबाव पड़ रहा था। CDH एक दुर्लभ जन्मजात विकृति है, जो हर 2,500 में से 1 नवजात में होती है। समय पर इलाज न होने पर इसकी मृत्यु दर बहुत अधिक होती है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हेल्थवर्ल्ड अस्पताल की कुशल बाल चिकित्सा सर्जरी टीम ने तुरंत सर्जरी की तैयारी शुरू की। जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए अत्याधुनिक एनेस्थीसिया और पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल का सहारा लिया गया। सर्जरी के बाद, नवजात को गहन निगरानी और वेंटिलेटर सपोर्ट के साथ स्थिर रखा गया। हेल्थवर्ल्ड अस्पताल के सीएमडी, डॉ. अरुणांशु गांगुली ने कहा, “यह सर्जरी बेहद चुनौतीपूर्ण और फायदेमंद दोनों था। लेकिन टीम की समर्पित और कुशल प्रयासों से इसे संभव बनाया गया। हमारे अस्पताल का उन्नत नवजात देखभाल केंद्र और विशेषज्ञता अब क्षेत्र के परिवारों के लिए नई उम्मीद बन गया है।”बेहतर भविष्य की ओर कदम हेल्थवर्ल्ड अस्पताल ने इस सर्जरी के जरिए साबित कर दिया कि आसनसोल जैसे क्षेत्र में भी अब जटिल नवजात समस्याओं का समाधान विशेषज्ञता और अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक के जरिए संभव है। बच्ची अब तेजी से स्वस्थ हो रही है और डॉक्टरों ने उसके सामान्य जीवन की संभावना जताई है।यह सफलता आसनसोल और उसके बाहर के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की हेल्थवर्ल्ड हॉस्पिटल की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। अस्पताल की बाल चिकित्सा टीम की विशेषज्ञता और समर्पण ने इस बच्चे के जीवन में सार्थक बदलाव लाया। अस्पताल के अधिकारियों का मानना है कि इसने विशेष रूप से क्षेत्र में नवजात शिशुओं और शिशुओं की देखभाल करने वाले परिवारों को नई आशा दी है।