कोलकाता, 27 अक्टूबर। दीपावली के त्यौहार के स्वागत में, राष्ट्रीय कवि संगम की मध्य कोलकाता इकाई ने, संस्था के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. गिरिधर राय की अध्यक्षता में, एक अभूतपूर्व आभासी काव्य गोष्ठी का सफल आयोजन किया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रांतीय सह महामंत्री बलवंत सिंह गौतम ने उपस्थित होकर कार्यक्रम को और भी आलोकित कर दिया। कार्यक्रम के संयोजन का भार सम्भाला मध्य कोलकाता के जिला अध्यक्ष रामाकांत सिन्हा ने एवं कुशल काव्यात्मक संचालन किया मध्य कोलकाता की जिला महामंत्री स्वागता बसु ने। कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ स्वेता गुप्ता स्वेताम्बरी की गणेश वन्दना एवं बिकास ठाकुर के स्वागत भाषण के साथ। इस अवसर पर जिन रचनाधर्मियों ने अपनी रचनाओं के दीप प्रज्ज्वलित किये उनके नाम हैं – आशीष मंडल, अतिश कुमार राय, स्वाति भारद्वाज, शिविर ढांढनिया, आशुतोष मणि त्रिपाठी(भोजपुरी), बिकास ठाकुर, सौमी मजुमदार, रीता चंद्रा पात्रा, बंदना पाठक, हिमाद्री मिश्रा, रीमा पाण्डे, स्वेता गुप्ता स्वेताम्बरी, मौसमी प्रसाद, आलोक चौधरी, ऊषा जैन, स्वागता बसु एवं रामाकांत सिन्हा। मगर इस कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण रहे डॉ. गिरिधर राय जिनकी कविताओं के हास्य एवं उसमें छिपे व्यंग्य से श्रोतागण मंत्रमुग्ध हुए बिना नहीं रह सके। एक ओर उनकी रचना – घर भी संभालती हूँ, किचन संभालती हूँ,/ बच्चों को संभालती हूँ, कितना गिनाऊँ मैं – सुनकर सभी कहकहे लगा उठे तो दूसरी ओर उनकी रचना – बँटवारा – सुनकर सभी का हृदय भर आया। सही मायनों में राय सर ने अपनी लेखनी के प्रकाश से पूरे वातावरण को प्रकाशित कर दिया। कार्यक्रम में, श्रोताओं के रूप में भारती मिश्रा एवं प्रतिभा सिंह भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम संपन्न हुआ, सौमी मजुमदार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ।