
रानीगंज। रानीगंज में विजयदशमी के बाद निकलने वाला महावीर अखाड़ा को लेकर पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी रूट को लेकर अखाड़ा कमेटीयों में नाराजगी है जिसके वजह से अखाड़ा कमेटियों द्वारा फैसला लिया गया कि इस वर्ष भी अखाड़ा नहीं निकाली जाएगी। हालांकि पुलिस की ओर से रानीगंज मे गुरुवार को निकलने वाला अखाड़ा को लेकर पूरी तैयारी की गई थी।अखाड़ा नहीं निकलने के कारण पुलिस की सारी तैयारी धरी की धरी रह गई। रानीगंज में रामनवामी जुलुस के दौरान हुई हिंसा के बाद से 2021 में पुलिस प्रशासन ने महावीर अखाड़ा के लिए रानीगंज के एनएसबी रोड होते हुए रॉबिन सेन मैदान में अखाड़ा के रूट को निर्धारित किए थे, परंतु कमेटियों को यह रूट मान्य नहीं था। रूट में महावीर अखाड़ा विभिन्न इलाके से निकाल कर रानीगंज इतवारी मोड़ होते हुए राजाबांध मोड़ के पास बने कैंप के सामने प्रतेक अखाड़ा कमेटी की ओर से खेल दिखाया जाता था। अच्छा खेल दिखाने वाले कमेटी को पुरस्कार भी दिया जाता था। पुलिस प्रशासन द्वारा इस रूट को बदलने से अखाड़ा कमेटी नाराज हो गए एवं उन्होंने अखाड़ा नहीं निकालने का फैसला लिया। 2022 में पुलिस द्वारा आश्वासन दिया गया था कि अगले साल अपने रूट में ही अखाड़ा निकाला जाएगा,लेकिन 2023 में भी पुराने रूट पर अखाड़ा निकालने के लिए अनुमति नहीं दी गई। अखाड़ा कमेटियों ने नाराजगी व्यक्त की और उस साल भी अखाड़ा नहीं निकला। इस वर्ष भी प्रशासन द्वारा उसी रुट पर आखाड़ा निकालने की अनुमति दी गई। इसे लेकर अखाड़ा कमेटियों ने पुलिस प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त की।हालांकि पुलिस द्वारा अखाड़ा को लेकर तैयारी की गई थी एवं अखाड़ा के रोडो पर भारी संख्या में पुलिस बल के जवान तैनात किए गए थे। परंतु सारी तैयारियां बेकार हो गई एवं अखाड़ा नहीं निकला। अखाड़ा नहीं निकलने के कारण स्थानीय लोग मायूस दिखे। पुलिस प्रशासन से नाराज अखाड़ा कमेटियों ने अपने अपने अखाड़ा स्थल पर ही पुजा अर्चना की। अखाड़ा कमेटीयों ने बताया कि रानीगंज व्यायाम समिति मैदान से प्राय 91 सालों से आदि महावीर अखाड़ा एक रूट से निकलता था परंतु तीन वर्षों से पुलिस प्रशासन द्वारा रूट बदल दिया गया। तीन सालों से अखाड़ा कमेटियों ने फैसला किया कि यदि उन्हें पूर्ण रूट नहीं दिया जाएगा तो अखाड़ा कमेटी की ओर से अखाड़ा नहीं निकल जाएगा इसलिए अखाड़ा स्थल में पूजा परिक्रमा करते हुए परंपरा निभाया गया। वहीं इसके साथ महाराणा प्रताप एवं बालक समिति अखाड़ा कमेटी ने भी अखाड़ा स्थल में पूजा परिक्रमा करते हुए परंपरा निभाया गया।
