रानीगंज। रविवार को वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर फोरम की ओर से रानीगंज स्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कार्यालय में अभया क्लिनिक का आयोजन किया गया। यहां आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों द्वारा आम लोगों का निशुल्क इलाज किया गया। इस आयोजन के पीछे कोलकाता मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में एक महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की घटना थी, जिसके एक महीने बाद भी दोषियों को सजा नहीं मिली है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की रानीगंज शाखा की अध्यक्ष, डॉ. चैताली बसु ने पत्रकारों को बताया कि पूरे पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों द्वारा अभया क्लिनिक के माध्यम से आंदोलन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस क्लिनिक के आयोजन की जानकारी कल देर शाम को दी गई थी और लोगों को माइकिंग के जरिए इसकी सूचना दी गई थी। क्लिनिक में विभिन्न विभागों के डॉक्टर उपलब्ध थे, जो लोगों की जांच और इलाज कर रहे थे। इसके साथ ही, शाम 5:00 बजे से मधुसूदन स्टैचू से लेकर नेताजी स्टैचू तक मानव बंधन किया गया, जिसमें डॉक्टरों और आम जनता ने हिस्सा लिया। रानीगंज मेडिकल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष, डॉ. अनिर्बन घोष ने बताया कि इस आंदोलन का उद्देश्य दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाना है और अब यह केवल डॉक्टरों का नहीं, बल्कि आम जनता का आंदोलन बन चुका है।अनिर्बन घोष ने बताया कि रात 10 से 12 बजे के बीच नेताजी स्टैचू के पास जूनियर डॉक्टर फिर से इकट्ठा होंगे और ‘रात दखल’ अभियान चलाएंगे। उनका कहना है कि अब यह आंदोलन और व्यापक रूप से आगे बढ़ेगा और सभी को इसमें सम्मिलित होने का आव्हान किया।