कोलकाता । उत्तर 24 परगना के बैरकपुर से बहुचर्चित भाजपा सांसद अर्जुन सिंह भी अब पार्टी से नाता तोड़ने का संकेत दे रहे हैं। खबर है कि वह भी अब जल्द ही अपनी पुरानी पार्टी तृणमूल कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं। मंगलवार के बाद लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी उन्होंने इस ओर इशारा करते हुए कहा है कि वह केंद्र सरकार के जूट कारपोरेशन ऑफ इंडिया के दफ्तर के सामने धरना देंगे।
तृणमूल में वापसी के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैंने अभी तक तृणमूल के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। किसी भी निर्णय लेने में थोड़ा वक्त लगता है। इतनी जल्दी सब कुछ नहीं होगा।
हालांकि उन्होंने साफ साफ नहीं कहा कि वह भाजपा में रहेंगे और तृणमूल कांग्रेस में नहीं जा रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह भी अपने पुराने पार्टी में वापसी का रास्ता तलाश रहे हैं।
एक दिन पहले उन्होंने कहा था कि वह ममता बनर्जी के आह्वान पर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए तैयार है।
जूट कारपोरेशन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया है कि कारपोरेशन के भ्रष्टाचार की वजह से जूट मिलें बंद रहे हो रही हैं। पिछले साल 13 दिसंबर को मैंने और लॉकेट चटर्जी ने जूट कारपोरेशन के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। जूट की कीमतें केंद्र ने जो तय की है उससे ना केवल किसानों बल्कि मिलो को भी बड़ा नुकसान होगा जिससे जूट इंडस्ट्री बंद हो सकती हैं। केंद्र सरकार में मंत्री (पीयूष गोयल) लगातार इस ओर से आंखें बंद किए हुए हैं और कह रहे हैं कि मिलें बंद हो जाती हैं तो हो जाएं। उन्होंने कहा कि उनका बर्ताव डराने वाला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तत्काल इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए क्योंकि जूट इंडस्ट्रीज को नुकसान होने पर दो करोड़ लोग प्रभावित होंगे। एक बार फिर उन्होंने जूट की कीमतों के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के रुख का समर्थन किया और कहा कि इसके खिलाफ एकजुट आंदोलन होना ही चाहिए।