
पुलिस का दावा – ‘यह आंदोलन छात्रों का नहीं हो सकता‘
कोलकाता, 27 अगस्त । आर.जी. कर अस्पताल की घटनाओं के विरोध में पश्चिम बंगाल छात्र समाज द्वारा आयोजित नवान्न रैली के दौरान पुलिस ने 220 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि कई अन्य को हिरासत में लिया गया है। मंगलवार शाम को पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस रैली को अव्यवस्थित और हिंसक बताया।
एडिशनल डायरेक्टर जनरल (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने कहा कि रैली को शांतिपूर्ण बताया गया था, लेकिन हमने देखा कि यह एक उग्र आंदोलन में बदल गई। यह आंदोलन बंगाल के असली छात्र समाज का हिस्सा नहीं हो सकता। उन्होंने आगे कहा कि यह आंदोलन असामाजिक तत्वों द्वारा प्रेरित था। इसी बात की पुष्टि एडीजी (कानून व्यवस्था) मनोज वर्मा और डीसी (सेंट्रल) इंदिरा मुखर्जी ने भी की।
पुलिस ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि नवान्न रैली के लिए अनुमति नहीं ली गई थी। इसलिए हावड़ा के विभिन्न हिस्सों में रैली को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे। लेकिन रैली के शुरू होते ही माहौल बिगड़ गया। कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच संघर्ष हुआ। लोगों ने पुलिस पर पत्थर, बोतलें और अन्य वस्तुएं फेंकी। जवाब में पुलिस ने पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले छोड़े। कुछ जगहों पर लाठीचार्ज भी किया गया।
इन अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और आगे की कार्रवाई पर विचार कर रही है। रैली के दौरान हुई घटनाओं की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
