असम के राज्यपाल की राजस्थान परिषद के प्रतिनिधि मण्डल के साथ राजभवन में आत्मीय गोष्ठी
कोलकाता ; “कोलकाता सामाजिक और सेवाभावी कार्य करने वाले कर्मठ कार्यकर्ताओं की जन्म भूमि है। यहां की संस्थाओं और कार्यकर्ताओं को देखकर निस्वार्थ भाव से सेवा करने की प्रेरणा मिलती है।” – ये कहना है असम के महामहिम श्री गुलाब चंद जी कटारिया का। श्री कटारिया अपने बंगाल प्रवास के दौरान कोलकाता के राजभवन में राजस्थान परिषद के प्रतिनिधि मण्डल के साथ एक आत्मीय गोष्ठी मे अपने विचार रख रहे थे। प्रतिनिधि मंडल की तरफ से महामहिम का शाल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। साथ ही उन्हें ’आजादी का अमृत महोत्सव’ विषय पर परिषद द्वारा प्रकाशित स्मारिका की प्रति प्रदान की गई। श्री कटारिया ने जोर देकर कहा कि असंख्य लोग समर्पित भाव से राष्ट्रसेवा में लगे हुए हैं, उसी का परिणाम है कि आज हमारा देश नित नए सोपान तय कर रहा है। ये भाग्य की बात है कि मैं आज इस पद पर पहुंच गया।
गोष्ठी में राजस्थान परिषद के महामंत्री अरुण प्रकाश मल्लावत, उपाध्यक्ष श्री मोहन लाल पारीक, महावीर बजाज एवं श्री बंशीधर शर्मा तथा कार्यकारिणी सदस्य भागीरथ सारस्वत, सच्चिदानंद पारीक, ओम प्रकाश बांगड़, सम्पत मांधना, भंवर लाल राठी एवं नंद कुमार लढ़ा शामिल थे।
