मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस ने राज्य भर में चलाया मैराथन छापेमारी अभियान, बड़ी मात्रा में बम-बारूद-बंदूक बरामद

 

कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राज्य भर से बमों और अवैध आग्नेयास्त्रों का पता लगाने के लिए पुलिस को छापेमारी अभियान के आदेश के एक दिन बाद पुलिस ने शुक्रवार को राज्य के विभिन्न जिलों से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को बीरभूम के बगटुई गांव का दौरा किया, जहां इस सप्ताह की शुरुआत में आठ लोगों को जिंदा जला दिया गया था। वहीं उन्होंने पुलिस को अवैध हथियारों के खिलाफ अभियान चलाने के आदेश दिए थे। राज्य पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, “हमने बीरभूम, पश्चिम मिदनापुर सहित राज्य के विभिन्न जिलों से अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया है। हथियारों को जब्त कर लिया गया है, और सीआईडी ​​और पुलिस बम निरोधक दस्ते द्वारा कच्चे बमों को निष्क्रिय कर दिया गया है। कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।”
हालांकि, अधिकारी ने कहा कि उन्होंने अभी तक राज्य भर में गिरफ्तारी के आंकड़ों को संकलित नहीं किया है।
उन्होंने आगे कहा, “इस तरह की छापेमारी नियमित प्रक्रियाएँ हैं और कोई नई बात नहीं है। हम नियमित रूप से ऐसे हथियार बरामद करते रहते हैं। ”
हालांकि, विपक्षी भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं को आगाह किया कि पुलिस उन्हें झूठे मामलों में फंसाने के लिए पार्टी कार्यालयों में कुछ बम रख सकती है इसलिए सतर्क रहें।
भाजपा के राज्य प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, “हम चाहते हैं कि राज्य भर में हमारी पार्टी के कार्यकर्ता अतिरिक्त सतर्क रहें क्योंकि पुलिस और सत्ताधारी पार्टी द्वारा हमारे पार्टी कार्यालयों में इन बमों को लगाने और हमें झूठे मामलों में फंसाने का प्रयास किया जा सकता है। हमें इस राज्य सरकार पर भरोसा नहीं है।”
हालांकि सत्तारूढ़ तृणमूल ने इन आरोपों को निराधार बताया है। तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा दूसरों को बदनाम करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। तृणमूल और राज्य प्रशासन कभी भी इस तरह की सस्ती राजनीति में शामिल नहीं होते हैं।

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