कोलकाता । तृणमूल सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी के विधायकों को मंगलवार को कड़ी चेतावनी देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि विधानसभा में अकारण अनुपस्थिति स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों ने हम पर भरोसा कर हमें विधानसभा के साथ-साथ नगर निगम और नगर पालिका चुनाव में भरोसा जताया है। सभी विधायकों, पार्षदों, सांसदों को लोगों के हित में और अधिक तत्परता से काम करना होगा। ममता ने कहा कि बजट सत्र शुरू हुआ है। विधायकों को अनुपस्थित नहीं होना है क्योंकि रोज ही प्रस्ताव पेश होंगे और वोटिंग होगी। इसीलिए तय समय पर विधानसभा में पहुंच जाना होगा। सत्र खत्म होने के बाद ही वापस जाना होगा।
मंत्रियों के संबंध में ममता ने कहा कि 28 मार्च तक विधानसभा चलेगी। विधानसभा के समय पर कोई भी सभा या अनुष्ठान आयोजित नहीं होना चाहिए और ना ही उसमें मंत्री शामिल हो सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई विधायक छुट्टी लेना चाहता है तो उसे पहले से जानकारी देनी होगी।
दरअसल सोमवार को विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने के पहले ही दिन भारतीय जनता पार्टी ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया जिसकी वजह से राज्यपाल अपना अभिभाषण भी नहीं पढ़ पाए। इसकी वजह से मानता को इस बात का एहसास भली भाती है कि आने वाले दिनों में विधानसभा में जबरदस्त हंगामा हो सकता है और ऐसे में सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों की पर्याप्त उपस्थिति बिल पास कराने में न केवल मददगार साबित होगी बल्कि विधानसभा के कारणों को भी सुचारू रूप से चलाने में मददगार बनेगी।