कोलकाता : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के राजकीय एसएसकेएम अस्पताल में जिस आठ माह के बच्चे के गले से काजल की डिबिया डॉक्टरों ने कठिन ऑपरेशन कर निकाली थी, आखिरकार उसकी जान चली गई। रितेश बागड़ी नाम के इस बच्चे ने शनिवार सुबह दम तोड़ दिया है। बताया गया है कि मैसिव कार्डियक अरेस्ट की वजह से उसकी जान गई है। न्यूटाउन के रहने वाले रितेश शुक्रवार को खेलते खेलते काजल की छोटी डिबिया निगल गया था। उसके पिता उसे लेकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक घूमते रहे। एनआरएस अस्पताल में उन्हें डेढ़ घंटे तक एक विभाग से दूसरे विभाग में घुमाया गया। अंततः वह एसएसकेएम अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने कठिन ऑपरेशन कर गले से काजल की डिबिया निकाली थी। दावा किया गया था कि उसके बाद बच्चा आसानी से सांस ले पा रहा था। उसे आईसीयू में रखा गया था और लगातार निगरानी हो रही थी। शनिवार सुबह 6:00 बजे के करीब बच्चे को हार्ट अटैक आया है जिसके बाद उसकी जान गई है। चिकित्सकों ने बताया है कि करीब तीन घंटे से अधिक समय तक बच्चे के गले में काजल की डिबिया अटकी हुई थी जिसके कारण ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो गया था। इसी वजह से उसे हार्ड अटैक आया है। न्यूटाउन के रहने वाले इस बच्चे की मौत के बाद परिजन बेहद दुखी हैं।