कोलकाता, 11 मार्च । बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह को अब इस बात का एहसास होने लगा है कि भारतीय जनता पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में जाना एक गलती थी। रविवार को तृणमूल कांग्रेस ने राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। बैरकपुर से मौजूदा सांसद अर्जुन सिंह को टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन उनकी जगह पार्थ भौमिक को तृणमूल ने उम्मीदवार बनाया है। अब अर्जुन सिंह के पास भाजपा में वापसी के भी रास्ते नहीं बचे हैं। इसलिए वह निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं। इस बीच सोमवार को उन्होंने उन्होंने स्वीकार किया है कि भाजपा छोड़कर तृणमूल में आना उनकी गलती थी।
अर्जुन सोमवार को पत्रकारों से मुखातिब हुए। वहां उनसे पूछा गया कि आपको क्या लगता है कि बीजेपी छोड़कर तृणमूल में शामिल होने के बाद उन्होंने क्या गलती की ? अर्जुन ने जवाब दिया, कुछ गलत हो गया है। मुझसे कहा गया था कि लोकसभा का टिकट दिया जायेगा। अब नैहाटी से विधायक और राज्य के मंत्री पार्थ भौमिक को बैरकपुर से उम्मीदवार बनाया गया है।
अर्जुन ने कहा, ब्रिगेड के मंच पर बैठे-बैठे उन्हें 11.46 बजे पता चला कि उन्हें तृणमूल से टिकट नहीं दिया जा रहा है। मैं उम्मीदवार नहीं हूं। मैं उस पार्टी का सिपाही बनकर मंच पर बैठा ताकि कोई मुझे ”बागी” न कह सके।
अर्जुन ने कहा, टिकट न मिलने से वह ”स्तब्ध” हुए। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस से सवाल पूछा कि क्या मेरे बगैर बैरकपुर में जीत लेंगे? उन्होंने कहा कि पार्टी ने क्यों टिकट नहीं दिया यह बात नहीं जानते। अर्जुन सिंह ने कहा कि 50 सालों से राजनीति में हूं। मैं जानता हूं मुझे भविष्य में क्या करना है।