संदेशखाली मामले में ममता बनर्जी सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। शुक्रवार को भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने संदेशखालि जाने से रोक दिया।
इसके बाद पुलिस और महिला प्रतिनिधिमंडल की बहस हो गई। पुलिस ने सांसद लॉकेट चटर्जी को हिरासत में ले लिया है। पार्टी की राज्य इकाई की महासचिव लॉकेट चटर्जी और अग्निमित्रा पॉल के नेतृत्व वाली भाजपा की टीम को पुलिस ने निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए रोक दिया। पॉल ने दावा किया, “हमें निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए पुलिस ने संदेशखालि में प्रवेश करने से मना कर दिया गया है। राज्य सरकार सच्चाई छिपाने की कोशिश कर रही है।” इसके बाद सांसद लॉकेट चटर्जी की पुलिस की टीम से बहस हो गई। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
मुझे लालबाजार ले जा रहे हैं- लॉकेट चटर्जी लॉकेट चटर्जी को हिरासत में लेने के बाद पुलिस उन्हें कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जा रही है। हिरासत में लिए जाने के बाद चटर्जी ने कहा कि पुलिस ने मुझे गिरफ्तार नहीं किया है, उन्होंने मुझे हिरासत में लिया है और वो मुझे लालबाजार ले जा रहे हैं। उन्होंने मुजे बताया कि संदेशखाली में धारा- 144 लागू है। तो मैंने पूछा कि मुझे लगभग 30 किलोमीटर पहले क्यों रोक रहे हैं? तो वो कहते हैं कि मेरे जाने से वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो जाएगी। उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। पांच जनवरी को राशन घोटाले के सिलसिले में शाहजहां के परिसर पर छापा मारने गए प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर कथित तौर पर भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसके बाद से वह फरार हैं।