आसनसोल (संवाददाता):– कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) पश्चिम बंगाल के चेयरमैन सुभाष अग्रवाला ने रविवार कोलकाता सारांश को बताया कि आजादी के 75 वर्षों में देश में किसी सरकार ने व्यापारियों को अपनी प्राथमिकता पर नहीं रखा और न ही कभी व्यापारियों की समस्याओं को हल करने में कोई दिलचस्पी दिखाई एवं न ही देश के घरेलू व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए कोई कदम उठाया और इस स्तिथि के कारण देश भर के व्यापारी बेहद छुब्ध हैं जिसको लेकर अब कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के बैनर तले देश भर के व्यापारी नेताओं ने व्यापारियों को वोट बैंक के रूप में जोड़कर लामबंद करने का निर्णय लिया है और इसके लिए आगामी 11 मार्च से देश भर में एक सघन राष्ट्रीय आंदोलन चलाया जाएगा जिसमें देश के 40 हजार से ज्यादा व्यापारी संगठन शामिल होंगे !
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की यह निर्णय कैट की दो दिवसीय राष्ट्रीय गवर्निंग काउंसिल की 23 -24 फरवरी को दिल्ली में हुई बैठक में लिया गया जिसमें देश के सभी राज्यों के 150 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेता शामिल हुए ! मीटिंग में भाग लेते हुए सभी व्यापारी नेताओं ने एक स्वर से कहा की देश के राजनीतिक परिदृश्य ने अब तक व्यापारियों को खूब छला है और हमेशा व्यापारियों को अपनी राजनीति का मोहरा ही बनाया है ! कुछ दल तो व्यापारियों को अपनी बपौती ही समझते हैं लेकिन उनकी सरकार आने के बाद सबसे ज्यादा परेशान व्यापारियों को ही किया जाता है !
बैठक में शामिल व्यापारी नेताओं द्वारा पारित एक सर्वसम्मत प्रस्ताव में कहा गया की व्यापारिक समुदाय अब इस स्तिथि को और अधिक बर्दाश्त नहीं करेगा और देश भर के व्यापारियों को एक बड़े वोट बैंक में परिवर्तित करने के लिए सारे देश में एक राष्ट्रीय आंदोलन चलाया जायेगा ! कैट शीघ्र ही व्यापारियों का एक राष्ट्रीय चार्टर जारी करेगा और देश के सभी राजनीतिक दलों से मांग करेगा की वो चार्टर में शामिल बिंदुओं पर अपना रुख स्पष्ट करें ताकि व्यापारी भी तय करें की कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों एवं वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में व्यापारी किस दल का समर्थन करें !