भारतीय रेलवे लेखा सेवा 1991 सिविल सेवा बैच के अधिकारी है श्री अंगशुमन
चित्तरंजन,05.02.2024; भारतीय रेलवे लेखा सेवा 1991 सिविल सेवा बैच के अधिकारी श्री अंगशुमन सरकार ने चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना (चिरेका) के प्रधान वित्तीय सलाहकार के रूप में पदभार संभाल लिया है। ये सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के पूर्ववर्ती छात्र हैं।
इससे पहले यह कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड में निदेशक (वित्त) के पद पर कार्यरत थे। अपनी 31 वर्षों की शानदार सेवा के दौरान इन्होंने भारतीय रेल के विभिन्न महत्वपूर्ण वित्त और प्रबंधन पदों जैसे कि एफए एंड सीएओ/पूर्वी रेलवे, सीनियर डीएफएम/सियालदह और हावड़ा में अपनी सेवा प्रदान की है। इन्होंने अपनी क्षमता के सहयोग से हावड़ा और सियालदह रेल मंडल के वित्त कार्य का नेतृत्व करते हुए सियालदह डिवीजन को लगातार दो दक्षता शील्ड्स तक पहुंचाया, जो एक रिकॉर्ड है। इन्होंने वित्त और लेखा विभाग के लगभग सभी क्षेत्रों में काम किया है। जिसमें सबसे लंबा कार्यकाल ट्रैफिक अकाउंट का रहा है।इन्होंने पूर्व रेलवे की माल आय वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
केएमआरसीएल के वित्त निदेशक के रूप में इनके कार्यकाल के दौरान इन्हें कुछ समय के लिए निदेशक (आरएस एंड टी) के पद का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया था। जिसमें रोलिंग स्टॉक, ट्रैक्शन, संचार आधारित ट्रेन नियंत्रण, टनल वेंटिलेशन सिस्टम जैसे उच्च तकनीकी क्षेत्र का कार्य शामिल था। इनके इंजीनियरिंग बैकग्राउंड नहीं रहने के बावजूद इन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गयी थी।
जानकारी हो कि एक वित्त अधिकारी के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हुए इन्होंने कम से कम सौ करोड़ रुपये के करीब की धन राशी की बचत की है। इसके अलावा, पूर्व रेलवे के ईडीपी (EDP) केंद्र के प्रमुख के रूप में इन्होंने आईपीएएस (IPAS) को लागू किया जो अब पूरे भारतीय रेल की मुख्य लेखांकन और प्रबंधन प्रणाली बन चुकी है।