कोलकाता, 27 अक्टूबर । पश्चिम बंगाल का बहुचर्चित राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले को लेकर केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ममता बनर्जी कैबिनेट के एक और मंत्री को गिरफ्तार कर लिया है। राज्य के पूर्व खाद्य मंत्री और वर्तमान में वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को रात 3:00 बजे गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार सुबह ईडी के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि 20 घंटे से अधिक समय तक तलाशी अभियान और पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उन्होंने जांच अधिकारियों को गुमराह करने की कोशिश की और पूछताछ में कई सवालों को टालने की कोशिश कर रहे थे जिसके बाद जांच में असहयोग का आरोप लगाते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
गुरुवार सुबह उनके घर ईडी अधिकारियों की टीम ने छापेमारी की थी और देर रात तक तलाशी अभियान चलता रहा। रात 3:00 बजे उन्हें गिरफ्तार करने के बाद केंद्रीय बलों की सुरक्षा में उन्हें ईडी अधिकारी गाड़ी में बैठकर सीजीओ कांप्लेक्स स्थित ईडी के दफ्तर में लाए हैं। आज उनकी चिकित्सकीय जांच के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीजीओ कंपलेक्स में प्रवेश करते समय ज्योतिप्रिय मल्लिक ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि गंभीर षड्यंत्र का शिकार हुआ हूं। भारतीय जनता पार्टी बहुत अच्छा काम कर रही है। उन्होंने मेरा शिकार कर लिया।
उल्लेखनीय है कि परवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने कोलकाता के साल्ट लेक इलाके में स्थित राज्य के वन मंत्री मलिक के दो फ्लैट पर केंद्रीय बलों की एक टीम के सहयोग से छापा मारा। उनके पूर्व निजी सहायक के दमदम स्थित आवास और कुछ अन्य स्थानों पर भी तलाशी अभियान चलाया गया। ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी पहले ही राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में बकीबुर रहमान नाम के कारोबारी को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसके सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मल्लिक के साथ कथित तौर पर करीबी संबंध हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति के साथ संबंध को लेकर मल्लिक से पूछताछ की गई और मंत्री के बैंक खातों की भी जांच की गई है। उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया और कई संदिग्ध चीजें भी बरामद हुईं।