रानीगंज। सावन के पवन अवसर पर रानीगंज शिव शिष्य परिवार की ओर से रानीगंज के सियारसोल कॉलोनी में भव्य शिवचर्चा कार्यक्रम का आयोजित किया गया।
शिवचर्चा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए,जिन्होंने शिव चर्चा में हिस्सा लिया शिव को अपना गुरु बनाया। इस मौके पर यहां भजन कीर्तन का आयोजन किया गया।
भजन कीर्तन में महिलाओ ने महादेव के भजनों में झूमते हुए दिखे ओर हर हर महादेव का जय जय कारा लगाई,और भक्तों में प्रसाद का वितरण किया गया।
इस शिव चर्चा में धनबाद से मुख्य रूप में श्री उमा संकर प्रसाद,रानीगंज से अंजलि कर्मकार,ऋतु राउत,सोभा सिंह,संगीता ठाकुर,ललिता ठाकुर,कल्पना ठाकुर,आँचल ठाकुर,शोभा सिंह,रोहित ठाकुर,दिलीप ठाकुर,संजय कुमार सिंह एवं रानीगंज शिव शिष्य परिवार के सभी शिव शिष्य उपस्थित थे।
इस मौके पर ललिता ठाकुर ने कही की शिव को अपना गुरु मान लिया उनकी कोशिश रहेगी कि भविष्य में संख्या को और बढ़ाया जा सके और जिन्होंने भी शिव को अपना गुरु माना है वह साहब के 3 सूत्र को भी मानकर चलें उन्होंने बताया कि 8 अगस्त को एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उन्होंने कहा कि आज के शिवचर्चा में में सिर्फ रानीगंज विभिन्न इलाके से बड़ी संख्या में महिलाएं शिवभक्त शामिल हुए जिन्होंने शिव को अपना गुरु मान लिया है वही आज शिव चर्चा में सम्मिलित होने
इस मौके पर अंजली कर्मकार ने कहा कि
एकमात्र उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस महान औरत के साथ जोड़ना है कि भगवान शिव ही हमारे गुरु हैं और उनके दिखाए पथ पर चलते हुए उनका आशीर्वाद लेकर आगे बढ़ना है जिससे जीवन में कोई समस्याएं न रहे उन्होंने कहा कि साहब जी का एक ही आदेश है कि हर कोई किसी दूसरे इंसान को इस तरफ प्रेरित करें कि वह भगवान शिव को अपना गुरु माने और इस तरह के आयोजनों से इसमें काफी सफलता मिलती है लोग स्वयं ही भगवान शिव का अपना गुरु मानते हैं।
इस संदर्भ में उमा शंकर प्रसाद ने बताया कि उनकी कोशिश रहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग भगवान शिव को अपना गुरु माने और इसी वजह से इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होता रहता है उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश है कि पहले पूरे रानीगंज को शिवमय किया जाए उन्होंने कहा कि साहब के 3 सूत्र को मानकर चलना अति आवश्यक है और यह समझना जरूरी है कि जब आप किसी को जोड़ते हैं तो आप हमको भगवान शिव से जोड़ते हैं ना कि अपने आप से।
आज के दौर में यह बहुत जरूरी हो गया है कि आधुनिकता के साथ-साथ हम अपने जड़ों की तरफ रुख करें और शिव को गुरु मानकर लोगों में इस संदेश को प्रसारित करें उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में संक्रमण काल चल रहा है ऐसे में भगवान शिव ही एकमात्र तारणहार हैं और सभी को उनको अपना गुरु मानने की आवश्यकता है।
