कोलकाता, 22 जुलाई । हावड़ा के मशहूर मंगलाहाट की ढाई हजार से अधिक दुकानों के आग में जलकर खाक हो जाने के मामले में कई गंभीर आरोप सामने आ रहे हैं। शनिवार को स्थानीय कारोबारियों ने आरोप लगाया है कि स्थानीय प्रमोटर शांति रंजन डे जो खुद को मंगलाहाट बाजार का मालिक कहता है उसी में आग लगाई है। वह ममता कैबिनेट मंत्री अरूप राय का बेहद खास है और जब तक अरूप मंत्री रहेंगे तब तक उसे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि गुरुवार की रात भयानक अग्निकांड में जलकर दुकानें खाक हो गई हैं जिसके बाद शुक्रवार को शहीद दिवस कार्यक्रम के मंच पर संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौके पर पहुंची थीं। उन्होंने घटना की सीआईडी जांच का आदेश दिया था। कारोबारियों ने दावा किया था कि आग लगाई गई है और इसके पीछे शांति रंजन डे का हाथ है। शनिवार को आईएसएफ के विधायक नौशाद सिद्दीकी भी मौके पर गए थे। उन्हीं को देखकर कारोबारियों ने आरोप लगाया कि शांति रंजन मंत्री अरूप राय का बेहद खास है। स्थानीय कारोबारियों का दावा है कि शांति रंजन जमीन का मालिक नहीं है बल्कि बहुत दिनों पहले इस जमीन के कुछ हिस्से का लीज उसके पास था जिसकी मियाद खत्म हो गई है। फिर भी इस पर कब्जा करना चाहता है। आरोप है कि मंत्री अरूप विश्वास का संरक्षण उसे मिला हुआ है।
