श्रावण मास का आभूषण है शिव कथा : पंडित मृदुल कांत शास्त्री
कोलकाता । ‘श्री शिव महापुराण की कथा अनंत कल्याणकारी है। इसके श्रवण मात्र से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। इस कथा से दैहिक, दैविक और भौतिक तीनों तापों का शमन हो जाता है।’ ये उद्गार परम पूज्य महाराज श्री मृदुल कांत जी शास्त्री ने ‘द स्टेडल बैंक्वेट, साल्टलेक’ में पूर्वांचल कल्याण आश्रम, कोलकाता-हावड़ा महानगर की ओर से पुरुलिया में प्रस्तावित महाविद्यालयीन छात्रों हेतु छात्रावास के निर्माणार्थ आयोजित सात दिवसीय शिव महापुराण कथा का प्रारम्भ करते हुए व्यक्त किए। महाराजश्री ने कथा की महिमा को समझाते हुए कहा कि इस कथा के श्रवणकर्ता जहां-जहां से होकर गुज़रते हैं वे स्थान भी शिवकृपा से अभिसिक्त हो जाते है फिर उनके घर पर तो शिव की कृपा का कहना ही क्या? उन्होने कहा कि शिवकथा तो श्रावण मास का आभूषण है। देवराज का प्रसंग सुनाते हुए महाराज श्री ने कहा कि हम जब चाहते हैं और जितना चाहते हैं वो भगवान से हमें नहीं मिलता। भगवान प्राणी मात्र के लिए लिए कब और कितना हितकारी है, कल्याणकारी है यह देखते हुए देते हैं।
कथा प्रारंभ से पूर्व महाराजश्री के पिताश्री विष्णुकांत जी आचार्य, समारोह अध्यक्ष ललित बेरीवाल, उद्घाटनकर्ता बजरंगलाल अग्रवाल, मुख्य यजमान संजय गुप्ता, विशिष्ट सहयोगी राजेश अग्रवाल (गणपति), अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के वरिष्ठ अधिकारी कृपा प्रसादसिंह जी, कोलकाता महानगर के अध्यक्ष जितेन चौथरी, हावड़ा महानगर के अध्यक्ष शंकरलाल हाकिम, महानगर महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती शकुंतला बागडी सहित अन्य गणमान्य लोगों ने दीप प्रज्ज्वलन किया और व्यास पीठ को नमन कर महाराज श्री से शुभाशीष प्राप्त किया।
इस समारोह के अध्यक्ष ललित बेरीवाल ने कहा कि यह कोलकातावासियों के लिए दुर्लभ अवसर है कि श्रावण माह और उस पर भी पुरुषोत्तम मास के पहले ही दिन से देवाधिदेव महादेव की पावन पुनीत कल्याणकारी शिवपुराण की सप्त दिवसीय कथा श्रवण का सुअवसर हमें प्राप्त हो रहा है।
इस अवसर पर पूर्वांचल कल्याण आश्रम की सेवाओं से अवगत कराते हुए बताया कि संस्था द्वारा 55 हज़ार गाँवों में 11 करोड़ वनवासियों की सेवा हो रही है। संस्था द्वारा संस्थापित संचालित 250 छात्रावासों (35 कन्या छात्रावासों सहित) से 10 हज़ार से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं।
यह आयोजन 24 जुलाई तक चलेगा जिसमें महाराज श्री प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक कथा प्रवचन करेंगे। हावड़ा महानगर महिला समिति की बहनों ने उद्बोधन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती शशि मोदी ने किया।