रानीगंज। रानीगंज के वार्ड संख्या 91 के पार्षद राजू सिंह के नेतृत्व में रानीगंज गिरजापाड़ा स्थित मैरिज हॉल मैं विधान चंद्र राय की जयंती और पुण्यतिथि मनाई गई आपको बता दें कि डॉ विधान चंद्र राय की जयंती के अवसर पर पूरे देश में डॉक्टर से मनाया जाता है इसी क्रम में सम्मान समारोह का आयोजित किया गया।
रानीगंज के विशिष्ट चिकित्सकों को उत्तरी पहनाकर एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। डॉक्टर विधान चंद्र रॉय के तस्वीर पर माल्यार्पण करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत किया।
इस मौके पर पार्षद राजू सिंह ने कहा कि आज डॉक्टर्स डे है आज विधान चंद्र राय जोकि बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री थे उनकी जयंती और पुण्यतिथि है इस दिन को 1991 सैटरडे के रूप में मनाया जाता है आज उनकी याद में रानीगंज के कुछ चिकित्सकों को सम्मानित किया गया उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को इस धरती का भगवान कहा जाता है और कोरोना के समय में चिकित्सकों ने दिखा दिया इस समाज में उनकी अहमियत कितनी है उन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बगैर लोगों की सेवा की थी उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में जिस तरह से स्वास्थ्य साथी कार्ड बनाया गया है उससे जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सेवा पाने में काफी सहूलियत हुई है।
वही इस मौके पर मौजूद आसनसोल नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के एमएमआईसी दिव्येंदु भगत ने कहा कि आज डॉक्टर्स डे है आज का दिन हमें याद याद दिलाता है कि एक चिकित्सक के समाज में क्या महत्व है उन्होंने कहा कि विधान चंद्र राय ने जिस तरह से एक चिकित्सक होने के फर्ज को वादा किया आज के चिकित्सकों को भी उनके नक्शे कदम पर चलना चाहिए उन्होंने निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों से अपील की कि वह सरकारी अस्पतालों में थोड़ा समय दें ताकि जरूरतमंद लोग उच्च कोटि की चिकित्सा प्राप्त कर सके उन्होंने भी कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल में चिकित्सकीय सेवा में काफी विकास हुआ है और चिकित्सकों की कमी को भी काफी हद तक पूरा किया गया है ।
इस मोके पर एमएमआईसी दिव्येदू भगत,वार्ड संख्या 93 के पार्षद अलोक बोस,रानीगंज चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष अरुण भर्तियां,रोहित खैतान,संदीप भालोटिया,डॉक्टर सुशोभन भूमिक,डॉक्टर नीरज कालोटिया,डॉक्टर एस माजी,
डॉक्टर बी के भट्टाचार्य,डॉक्टर वर्णमाला भट्टचार्य, गौतम राय,डॉक्टर सुरेश कुमार,और भी तमाम रानीगंज के विशेष डॉक्टर गण उपस्थित थे।
