चित्तरंजन(संवाददाता) :-चित्तरंजन रेलवे शहर में कोरोना संक्रमण की दर थोड़ी कम हुई है लेकिन मालूम है कि लगभग हर दिन कोरोना संक्रमण से मौतें हो रही हैं. चित्तरंजन केजी अस्पताल में पिछले छह दिनों में सात कोरोना मरीजों की मौत हुई है. चित्तरंजन कस्बे में आज तक 16 जनवरी तक 126 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। बिश लोगों को केजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।पता चला है कि चित्तरंजन में 18 जनवरी को दो लोगों की कोरोना से संक्रमित होने से मौत हो गई थी.इससे पहले 8 जनवरी, 10 जनवरी, 13 जनवरी, 14 जनवरी और 15 जनवरी को कोरोना से एक एक व्यक्ति की मौत हुई थी।मृतकों की उम्र 72 से 93 के बीच थी। जानकारी अनुसार अरविंदनगर, रूपनारायणपुर अमडांगा, कल्याणग्राम, चित्तरंजन अमलादही,सिमजुरी और मिहिजाम क्षेत्र के कुछ लोग मौत की सूची में हैं.अब स्वास्थ्य विभाग के नए प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना में मृत लोगों के
अस्पताल चाहें तो शव उनके परिजन को सौंप सकते हैं. चित्तरंजन में सबसे ज्यादा कोरोना- शवों को केजी अस्पताल से उनके परिजनों को सौंपा जा रहा है.मास्क और ग्लव्स पहनकर शव का भट्ठी में अंतिम संस्कार किया जा रहा है।हालांकि, पता चला है कि मिहिजाम के शव का अंतिम संस्कार अजय नदी के श्मशान घाट में किया गया। संबंधित तिमाहियों से कहा जा रहा है कि इन मामलों में संक्रमण से बचने के लिए और अधिक नियमों का पालन करने की आवश्यकता है। कोरोना में मृतकों के मामले में कोरोना से मरने वाले लोगों के परिवारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उन्हें चितरंजन केजी अस्पताल से अजय नदी किनारे समशान घाट इलेक्ट्रिक फर्नेस तक शवों को ले जाने के लिए ठेकेदार को कोई पैसा नहीं मिल रहा है।इस मामले में इलेक्ट्रिक रिएक्टर के प्रभारी कंपनी का कहना है कि अगर वे थोड़ा अतिरिक्त पैसा देते हैं, तो वे अस्पताल से लाश को रिएक्टर तक ला सकते हैं और अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर सकते हैं.