रानीगंज। दिल्ली में पहलवान 28 दिन से धरने पर बैठे हैं। धरना करने वाले का एक ही मांग है कि देश के कुश्ती महासंघ के प्रमुख एवं भाजपा सांसद बृजभूषण समरन सिंह जिन्होंने महिला पहलवानों को प्रताड़ित अपमानित और यहां तक कि यौन उत्पीड़न भी किया है, को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनको पद से हटा दिया जाना चाहिए। दिल्ली में धरना दे रहे पहलवानों ने यह मांग उठाई। लेकिन दुर्भाग्य से मोदी सरकार अभी भी आरोपी सांसद को बचाने की कोशिश करने का दावा कर रहे है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उनके नाम पर दो एफआईआर पहले ही दर्ज हो चुकी हैं। फिर भी इसके वाजूद सांसद खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता जीत चुके पहलवान 28 दिन से सड़कों पर बैठकर अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं.लेकिन उनका दावा है कि फिर भी मोदी सरकार के द्वारा कुछ भी नहीं सुना जा रहा है, केंद्र सरकार ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की है.इसको लेकर गुरुवार को रानीगंज के वामपंथी नेता एवं कार्यकर्ता, किसान, महिलाएं,छात्र संगठन इस मामले में कार्रवाई करने के मांगो को लेकर एकत्रित हुए और पहलवानों के समर्थन में उनकी मांगें जायज होने का दावा करते हुए उन्होंने रानीगंज के सियारसोल राजबाड़ी मोड़ पर पहलवानों के समर्थन में मार्च निकाला और उसके बाद पथ सभा किया। इस दौरान उन्होंने आरोप लागते हुए कहां कि केंद्र की मोदी सरकार को इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लामबंदी की इस कार्यक्रम का नेतृत्व रानीगंज की पूर्व विधायक व सीटू नेता रुनू दत्ता, सुप्रिया राय, संजय प्रमाणिक, हेमंत प्रभाकर, दिब्येंदु मुखर्जी, महिला नेता कृष्णा दासगुप्ता आदि ने किया।