नई दिल्ली, 14 मार्च । केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में महिलाओं की भूमिका अहम है। देश की बेटियां अर्थव्यवस्था को शिखर तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका में रहेंगी।
राणे ने मंगलवार को यहां मास्टर कार्ड और लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन की ओर से आयोजित ”सशक्ति कॉनक्लेव” को संबोधित करते हुए कहा कि भारत वर्ष 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनेगी। इस उद्देश्य की पूर्ति में देश की महिलाओं की अहम भूमिका होगी। ऐसे में इन्हें प्रशिक्षित करना,सशक्त करना, तकनीकि सहयोग देना जरूरी है। इस दिशा में मास्टरकार्ड व लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन का कार्य सराहनीय है।
उल्लेखनीय है कि सशक्ति कार्यक्रम के तहत महिलाओं को व्यवसाय शुरू करने या उसे आगे बढ़ाने के लिए कानूनी और कम्पलाइंस मामलों के बारे में तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इसके अलावा महिलाओं को छोटे उद्यम के लिए उपलब्ध सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाती है। कार्यक्रम महिला उद्यमियों की डिजिटल विशेषज्ञता को बढ़ाने पर केंद्रित है, ताकि वे एक बड़े उपभोक्ता आधार तक पहुंच सकें और बेहतर सौदेबाजी का लाभ उठाने के लिए स्वयं सहायता समूहों और सहकारी समितियों जैसे समूहों में शामिल हो सकें।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ अंजली प्रकाश ने कहा कि लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन महिलाओं की आर्थिक आजादी और देश की अर्थव्यवस्था के विकास को सुनिश्चित करने में उद्यमिता के महत्व को पहचानता है। भारत में सिर्फ 13.5 प्रतिशत व्यवसायों का स्वामित्व महिलाओं के पास है। ऐसे में सशक्तिकरण जैसी पहल की जरूरत है ताकि महिलाओं को उद्यमिता की दुनिया में दीर्घकालिक दिग्गज बनने के लिए आवश्यक व्यापक समर्थन दिया जा सके।