वाराणसी। महाशिवरात्रि पर्व पर शनिवार को बाबा विश्वनाथ के स्वर्णिम दरबार में श्रद्धा, अटूट आस्था और उत्साह का संगम दिख रहा है। दरबार में मंगला आरती के बाद पट खुलने से लेकर देर शाम तक दर्शन पूजन के लिए अटूट कतार लगी हुई है। गंगा तट से बाबा दरबार तक पूरे क्षेत्र में हर हर महादेव और हर हर बम बम का जयघोष गूंज रहा है। वाराणसी सहित देश भर से आये श्रद्धालु दरबार में हाजिरी लगा रहे है। दरबार में शाम 06 बजे तक लगभग सात लाख श्रद्धालु दर्शन पूजन कर चुके थे। इसके बावजूद एक कतार ज्ञानवापी से गोदौलिया होते दशाश्वमेघ को छू रही थी तो वहीं दूसरी कतार चौक थाने से होते हुए नीचीबाग तक लगी थी।
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री काशी विश्वनाथ दरबार के दर्शन के लिए लोग बेकरार दिखे। मंदिर क्षेत्र में कुंभ सरीखा नजारा दिख रहा है। चौक क्षेत्र में जगह-जगह प्रसाद, फलाहार, पानी और दवाएं लेकर श्रद्धालुओं की सेवा में समाजिक संगठनों के कार्यकर्ता भी डटे हुए है। कैथी स्थित मारकंडेय महादेव मंदिर, सारंगनाथ मंदिर, कर्दमेश्वर, ओंकारेश्वर, शूलटंकेश्वर, तिलभांडेश्वर, गौरी केदारेश्वर के अलावा बीएचयू स्थित विश्वनाथ मंदिर में भी भक्तों की लंबी कतार लगी रही। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन, कुलगुरू प्रो. वी.के. शुक्ला, कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह तथा छात्र अधिष्ठाता प्रो. अनुपम कुमार नेमा ने भी विश्वविद्यालय परिसर स्थित श्री विश्वनाथ मन्दिर में विधिवत पूजा अर्चना की।
उधर, महाशिवरात्रि पर नगर के विभिन्न क्षेत्रों से निकलने वाली शिवबारात में भी लोगों में अलग उत्साह दिखा। भगवान शिव के विवाह उत्सव का उल्लास जन-जन पर नजर आया। बारात में महादेव दूल्हा बनकर निकले तो उनके पीछे भूत-पिशाच की टोलियां भी शामिल हुईं। अबीर, गुलाल और भस्म उड़ाते शिवभक्त झूमते, नाचते और गाते हुए चल रहे थे। शिव बरात में घोड़ा, ऊंट, नंदी बैल, सपेरा और मदारी के प्रतिरूप आकर्षण का केंद्र थे।