प्रधानमंत्री मोदी 2024 में करेंगे अयोध्या में बन रहे भव्य श्रीराम मंदिर का उद्घाटन


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 में करेंगे जन्मभूमि अयोध्या में बन रहे भव्य श्रीराम मंदिर का उद्घाटन 

केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप वर्मा ने किया राष्ट्रीय रामायण मेले के स्वर्ण जयंती महोत्सव का शुभारंभ

-सांसद आर.के. सिंह पटेल व अध्यक्ष राजेश करवरिया ने किया स्वागत

-देशभर से विद्वानों का लगा जमावड़ा

चित्रकूट, 18 फरवरी । राष्ट्रीय रामायण मेला के 50वें स्वर्ण जयंती महोत्सव के उद्घाटन सभा की अध्यक्षता पंजाब पटियाला के संत बाबा भूपिंदर सिंह ने की। मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय सूक्ष्म एवं लघु और मध्यम उद्यम मंत्री भानु प्रताप वर्मा व विशिष्ट अतिथि के रूप में स्वतंत्र प्रभार पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग राज्यमंत्री नरेन्द्र कश्यप और बांदा-चित्रकूट सांसद आरके सिंह पटेल ने दीप प्रज्ज्वलन कर मेले का उद्घाटन किया।

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चित्रकूट रामायण मानव को जीवन जीने की कला सिखाता है। धर्म के बारे में उन्होंने कहा कि बिना इसे अपनाए मुक्ति नहीं मिल सकती। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बन रहे प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का 2024 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उद्घाटन करेंगे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यूपी के 23 करोड़ लोगों को लगता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दमदारी के साथ सत्ता धर्म व भारतीय संस्कृति की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं यहां मुख्य अतिथि के रूप में नहीं मुख्य सेवक के रूप में चित्रकूट में उपस्थित हुआ हूं। उन्होंने कहा कि मानव के जीवन में किसी भी प्रकार की कोई समस्या आए तो उसका समाधान रामचरित मानस पढ़ने से हो सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री के बारे में कहा कि विश्व की किसी भी समस्या का समाधान करने में सक्षम हैं।

उद्घाटन सभा की अध्यक्षता करते हुए पंजाब के पटियाला के संत बाबा भूपिंदर सिंह ने चित्रकूट की महिमा का बखान करते हुए कहा कि चित्रकूट प्रेम की भूमि है। यहां भरत और राम का अथाह प्रेम देखकर मानव तो क्या पत्थर भी पिघल गए थे। उन्होंने गुरु तेग बहादुर की चर्चा कर भारतीय संस्कृति की रक्षा करने का संकल्प की भी जानकारी दी। बताया कि डा राममनोहर लोहिया का जो सपना था कि चित्रकूट में ही रामायण मेला क्यों हो इसकी व्याख्या करते हुए बताया कि मेले में जो लोग खो जाते हैं अर्थात् अपने संप्रदाय, जाति, वर्ग से विलग हो गए वे सभी अपने समाज में आकर मिल जाते है।

इसके पूर्व चित्रकूट के साधु-संतो और महंतों के निशानों के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जो रामघाट से हाथी घोड़े, बैंड बाजों की धुन पर दीवारी लोकनृत्य प्रस्तुत करते हुए रामायण मेला परिसर पहुंची। जहां मेले के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश करवरिया, पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र ने पूजन वंदन कर पुष्पार्चन किया। उद्घाटन सभा में मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि का स्वागत एवं माल्यार्पण, श्रीफल व षाल, रामचरित मानस मेले के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश करवरिया व सचिव करुणा शंकर द्विवेदी ने भेंट किया। मेले के महामंत्री डॉ करुणा शंकर द्विवेदी ने मेले की प्रस्तावना रखी। रामायण मेले की स्मारिका का विमोचन उक्त द्वेय मंत्रियों ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Open chat
1
Hello
Can we help you?