कोलकाता ; पश्चिम बंगाल में मनाई जाने वाली ‘दुर्गा पूजा’ को वैश्विक पटल पर एक नई पहचान मिली है। संयुक्त राष्ट्र संघ की कल्चर यूनिट UNESCO द्वारा बंगाल की दुर्गा पूजा को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया जो बंगाल के लोगों के लिए ये एक बहुत ही गर्व की बात हैं।माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रयास से ही ये सम्भव हुआ हैं।जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी से रेड रोड तक आयोजित विशाल रैली में शामिल होने के लिए वार्ड 42 में दुर्गा पूजा का आयोजन करने वाली तुल्लापट्टी सार्वजनिक दुर्गोत्सव कमेटी,श्री दुर्गा नवयुवक संघ,नव युवा ज्योति संघ,श्री बड़ाबाजार सार्वजनकि दुर्गोत्सव कमेटी(जौहरी पट्टी),श्री बड़ाबाजार सार्वजनिक दुर्गोत्सव कमेटी (तम्बाकू पट्टी)के आयोजक ने संयुक्त रूप से पार्षद महेश शर्मा के नेतृत्व में सत्यनारायण पार्क के नजदीक से शंख ध्वनि,ढाक एवं भजनों के साथ रेड रोड पर शामिल होने के लिए प्रस्थान किया।भारी वर्षा के बाद भी पूजा कमेटी की महिला सदस्यों का उत्साह देखते ही बन रहा था।सभी पूजा कमेटियों के पदाधिकारीयो में मनोज लोहारिवाल,त्रिलोक अग्रवाल,परवीन सिंघानिया,पवन शर्मा,अनूप सिंह,पीताम्बर कामत,निशांत सरावगी,मनोज चांदगोठिया, नितेश सरावगी,अशोक ढाणेवाल,बबलु चौधरी सहित सभी पुजा कामिटी के सैकडो सदस्यों ने रैली मे शामिल हुये