रानीगंज(संवाददाता): इतनी कम उम्र के 7 वर्षीय बालक अमृतधारी है गुरमत प्रतियोगिताओं में निरंतर उन्हें पुरस्कार मिलता रहता है एवं गुरु ग्रंथ साहिब जी के बताए हुए रास्ते पर चलकर अपना जीवन यापन कर रहे है शत प्रतिशत मन लगाकर पढ़ाई करना एवं खेलकूद के प्रति भी काफी सक्रिय रहता है आसनसोल के सेंट वैनशन स्कूल कक्षा दूसरी का छात्र है एवं प्रत्येक प्रतियोगिताओं में अव्वल भी आता है। मनदीप ने बताया कि अपने दादाजी मनजीत सिंह सलूजा एवं दादी जी महिंद्र कौर, पिता चरणजीत सिंह एवं मां प्रीति कौर के आशीर्वाद एवं मार्गदर्शक पर चलकर जीवन यापन करने का सौभाग्य उन्हें प्राप्त हुआ है। उन्होंने गर्व से कहा कि मैं गुरु का सिंह हूं। लोगों की सेवा करना मनदीप की हॉबी है। मनदीप ने बताया कि गुरु साहिबान जी की बख्शीश से गुरमत के प्रति उनका ध्यान है बाकी सिख बच्चों को भी वे उन्हें गुरमत की तरफ जोड़ने का प्रयास करते हैं। काफी मीठी आवाज में गुरु ग्रंथ साहब की वाणी कीर्तन के माध्यम से वे प्रस्तुत करते हैं। मनदीप के माता-पिता ने बताया कि करीब 1 वर्ष पहले आसनसोल के गोविंद नगर गुरुद्वारा मैं अमृत संचार कार्यक्रम में उनके पुत्र ने अमृतपान किया था तब से उनके पुत्र का ध्यान गुरमत की तरफ रहता है गुरु महाराज की बख्शीश इसी तरह हमारे परिवार में बनी रहे इसके लिए हम लोग हर पल गुरु महाराज का शुकराना अदा करते हैं। गुरमत लहर ऑर्गेनाइजेशन, गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल एवं आसनसोल सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से गुरमत प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए कई बार उन्हें सम्मानित किया जा चुका है।