कोलकाता । मवेशी तस्करी मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बेहद खास बाहुबली नेता अणुव्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी से इस्तीफा मांगा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में पार्टी के नेता चौधरी ने गुरुवार शाम कहा है कि राज्य में होने वाला हर तरह का भ्रष्टाचार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के संरक्षण और देखरेख में होता रहा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नैतिकता दिखाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में उनके बेहद खास पार्थ चटर्जी को ईडी ने गिरफ्तार किया। उसके बाद मवेशी तस्करी के मामले में सीबीआई ने उन्हीं के खासम खास अणुव्रत मंडल को गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों नेता ममता के छत्रछाया में अपने कारोबार और भ्रष्टाचार को पिछले एक दशक से बढ़ाते रहे थे।
उन्होंने कहा कि जब ऐसे नेताओं की गिरफ्तारी हो रही है तो पार्टी उनसे पल्ला झाड़ कर अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती। जो लोग सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी का चेहरा रहे हैं उनकी गिरफ्तारी बड़ी बात है। मुख्यमंत्री तथा तृणमूल की सुप्रीमो होने के नाते ममता बनर्जी इससे बच नहीं सकती। उन्हें निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए।
उन्होंने तृणमूल नेताओं और अन्य कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि ममता बनर्जी से सावधान रहने की जरूरत है। वह किसी की अपनी नहीं। संकट आने पर सब का साथ छोड़ने वाली हैं। गुरुवार को दिल्ली से कोलकाता लौटे अधीर रंजन चौधरी ने एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में कहा कि अणुव्रत मंडल को तो पहले ही गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए था। सीबीआई ने काफी देर कर दी है। जब भी सीबीआई ईडी बुलाती थी तो अस्पताल दौड़कर पहुंच जाते थे। अधीर ने कहा कि अणुव्रत ना केवल मवेशी तस्करी मामले में बल्कि बीरभूम में जितने भी गैरकानूनी कारोबार होते हैं उन सबमें संलिप्त हैं और सब का बड़ा हिस्सा उन्हीं को जाता था। अब जेल में केवल तृणमूल के नेता रहेंगे।
अधीर ने कहा कि जांच की आंच सचिवालय तक पहुंचने वाली है। दीदी की टीम के खास लोग पकड़े जा रहे हैं। इसलिए पुलिस प्रमुख से लेकर आईजी, डीजी, थाना प्रभारी और बीएसएफ के शीर्ष अधिकारी तक इसमें शामिल रहे हैं।