चितरंजन(संवाददाता): रूपनारायणपुर चौकी की पुलिस सोमवार सुबह कल्याणग्राम निवासी चित्तरंजन हत्याकांड के मुख्य आरोपी आदित्य चार को नामकेसिया के रास्ते छत्तीमतला के जंगल में ले गई. इस दिन रूपनारायणपुर चौकी प्रभारी मंजीत धारा एएसआई रंजीत सरकार व अन्य पुलिस टीम के साथ आरोपी को ले गए.
वहां उसने ड्रामा के जरिए हत्याकांड सुनाया और पुलिस को बताया कि किस तरह चित्त साहा को गले में रस्सी बांधकर और फिर चाकू से गला काटकर हत्या की गई.
घटना के बारे में चित्तरंजन के एक चाय व्यापारी कल्याणग्राम निवासी चित्त साहा की 22 जुलाई की सुबह हत्या कर दी गई थी और वह हत्या पुलिस ने जांच के बाद 31 जुलाई को पुरुलिया जिले के सतूरी थाना क्षेत्र के लेदियाम गांव से आदित्य चार नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.
एक अगस्त को आदित्य चार को कोर्ट ले जाकर दस दिन की पुलिस हिरासत में लेकर सभी वारदातों को स्वीकार किया गया था।पुलिस ने आदित्य चार से पूछताछ की तो पता चला कि उसके आठ साल से चित्तरंजन साहा की पत्नी चंदना साहा के साथ अवैध संबंध थे। यह हत्या अवैध संबंधों में तनाव के कारण हुई थी। चार का कहना है कि वह चंदना के घर अक्सर आया करता था। जिसके परिणामस्वरूप चित्त साहा इसे सहन नहीं कर सका, उसने चंदना को बेवजह प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इससे पहले भी चित्त साहा ने मारने की कोशिश की वह और वह बच गए लेकिन उस दिन वह चंदना की यातना को सहन नहीं कर सके और उसे मार डाला।
