उपराष्ट्रपति चुनाव : धनखड़ का समर्थन कर सकती है ममता, मिले संकेत

 

कोलकाता । उपराष्ट्रपति चुनाव में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य के निवर्तमान राज्यपाल और एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ का समर्थन कर सकती हैं। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। पार्टी सुप्रीमो ममता कल यानी 21 जुलाई को पार्टी के सांसदों के साथ बड़ी बैठक करने वाली हैं। उसी दौरान उपराष्ट्रपति चुनाव में समर्थन को लेकर बड़ा निर्णय लिया जाना है। दरअसल पिछले हफ्ते उत्तर बंगाल में जीटीए के नवनिर्वाचित अध्यक्ष को शपथ दिलाने पहुंचे राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राजभवन में ममता बनर्जी और असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा को बुला कर चाय पिलाई थी। उसी दौरान उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के बारे में मुख्यमंत्री ममता को जानकारी दे दी गई थी। एनडीए के दूत के तौर पर हेमंत विश्व शर्मा वहां पहुंचे थे और ममता को इस बारे में जानकारी देकर उनकी सहमति मांगी थी। साथ ही उन्होंने तृणमूल सुप्रीमो से धनखड़ के समर्थन की गुहार भी लगाई थी।
दूसरी ओर विपक्ष ने धनखड़ के खिलाफ साझा उम्मीदवार के तौर पर मार्गरेट अल्वा का नाम घोषित करने से पहले ममता बनर्जी से कोई राय नहीं ली है। यहां तक कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर आयोजित हुई 17 विपक्षी पार्टियों की बैठक में भी तृणमूल का कोई प्रतिनिधि उपस्थित नहीं रहा और ना ही मार्गरेट के नामांकन के समय पार्टी का कोई प्रतिनिधि पहुंचा। इसीलिए स्पष्ट है कि ममता विपक्ष के उम्मीदवार के साथ जाने वाली नहीं हैं।
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तृणमूल प्रवक्ता ने कहीं बड़ी बात
– इधर जगदीप धनखड़ को तृणमूल की ओर से समर्थन किए जाने की संभावनाओं के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने महत्वपूर्ण संकेत देते हुए कहा कि जगदीप धनखड़ ममता बनर्जी के फैन हैं। कुणाल ने कहा कि कई बार राज्यपाल ने यह बात कही है, “वीपी सिंह की सरकार के दौरान सीपीएम के बार-बार मना करने के बावजूद मैं ममता बनर्जी को घायल अवस्था में देखने के लिए गया था। बनर्जी व्यक्तिगत स्तर पर बहुत ईमानदार हैं लेकिन प्रशासनिक कार्यों में मेरी बात नहीं सुनतीं।”
धनखड़ ने कथित तौर पर ममता के साथ अपने मधुर व्यक्तिगत संबंधों के बारे में भी बात की है। इसके अलावा कुणाल घोष से जब धनखड़ के एनडीए उम्मीदवार होने के बावजूद संभावित समर्थन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि धनखड़ किसी एक पार्टी में नहीं रहे हैं बल्कि कई पार्टियों में घूमते रहे हैं।
यानी हर तरह से तृणमूल प्रवक्ता धनखड़ के पक्ष में बयान देते नजर आए जिससे इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस राज्य के निवर्तमान राज्यपाल धनखड़ का समर्थन कर सकती है।
इधर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी सत्तारूढ़ पार्टी से धनखड़ के समर्थन की अपील करते हुए कहा है कि वह राज्य के अब तक के सबसे अच्छे राज्यपाल रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि 22 जुलाई 2019 को राज्यपाल का कार्यभार संभालने के बाद से धनखड़ का पश्चिम बंगाल सरकार के साथ प्राय हर मुद्दे पर टकराव रहा है। बावजूद इसके ममता बनर्जी के साथ उनके व्यक्तिगत संबंध बेहद मधुर रहे हैं।

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