डॉक्यूमेंट्री ‘आओ बात करें’ का राजभवन में हुआ प्रदर्शन    

कोलकाता।राजभवन कोलकाता में एक विशेष डॉक्यूमेंट्री ‘आओ बात करे’ का प्रदर्शन किया गया, जिसमें राज्यपाल महोदय बच्चों के साथ बैठकर कहानियां सुनाते हैं और उनसे संवाद करते है.
निर्देशक एवं पटकथा लेखक शकुन त्रिवेदी ने डॉक्यूमेंट्री का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए बताया कि आजकल अधिकतर बच्चों में नैतिक मूल्यों, अनुशासन, और शिक्षा के प्रति रुचि कम दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि बहुत से शिक्षकों और छात्रों में भावनात्मक जुड़ाव का अभाव है यही कारण है कि स्कूलों और ट्यूशन टीचर की फ़ीस देने के बावजूद भी बच्चों में जानकारी न्यूनतम स्तर की है.
डॉक्यूमेंट्री में जिस तरह से राज्यपाल महोदय स्वयं बच्चों से सवाल पूछते है, उन्हें सोचने और अपने विचार व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करते है , इस प्रकार की शिक्षा हमारी संस्कृति का हिस्सा थी; जहाँ गुरु, पेड़ के नीचे अपने छात्रों को विभिन्न विषयों से अवगत कराते थे, इससे बच्चों में आत्मविश्वास और जिज्ञासा दोनों बढ़ती थी।
कार्यक्रम के सभापति महामहिम राज्यपाल डॉ. सी वी आनंद बोस ने बताया कि ये डॉक्यूमेंट्री एक आकस्मिक उपज है। इसकी न कोई योजना थी और न ही कट या रीटेक। ये निर्देशक शकुन त्रिवेदी की अवधारणा का जीवंत रूप है।
डॉक्यूमेंट्री के अंत में दर्शकों ने कहा कि यह फिल्म बच्चों को शिक्षा के प्रति नई सोच को दर्शाती है और यह दिखाती हैं कि नेतृत्व केवल शासन में नहीं, बल्कि संवेदनशील संवाद में भी होता है।
इस लघु वृत्तचित्र की कथावाचक ( नैरेटर) शुभ्रा त्रिवेदी ने ” आओ बात करे ‘ की टीम, सहयोगी निर्देशक विकास पोद्दार , संपादक शंखद्वीप मन्ना, सद्दाम हुसैन सिनेमेटोग्राफर तथा भाग लेने वाले बच्चों का परिचय कराया।
इस मौके पर राज्यपाल ने फिल्म की निर्देशक तथा पटकथा लेखक शकुन त्रिवेदी को विशेष रूप से सम्मानित भी किया।
निर्माता मनोज त्रिवेदी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर शहर के अनेक विशिष्ट व्यक्तियों की उपस्थिति रही मसलन नेपाल के कंसुल जनरल जे पी आचार्य, ताजा टीवी चैनल के निदेशक विश्वम्भर नेवर,उत्तम शाह,हिना गौरीसरिया, महावीर बजाज,अरुण प्रकाश मल्लावत,रावेल पुष्प,बंशीधर शर्मा,अशोक गुप्ता, राजेंद्र द्विवेदी , लेखा शर्मा ,भरत शाह,,सुरेश चौधरी,मुकेश चतुर्वेदी,दीपक दुबे , सतीश थापा, मंजू पोद्दार,अंजू सेठिया तथा अन्य।
गौरतलब है कि राजभवन जाने की सुविधा आमतौर पर उपलब्ध नहीं होती, इसलिए फिल्म प्रदर्शन के बाद सभी राज्यपाल तथा राजभवन के अन्दर तस्वीरें खिंचवाने में मशगूल नजर आये।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Open chat
1
Hello
Can we help you?