कोलकाता : प्लास्टिक या पीवीसी से बने जूतों के बजाय, पश्चिम बंगाल के एक बंगाली व्यवसायी, अमीरुल इस्लाम, ने पर्यावरण हितैषी और किफायती जूतों की एक नई श्रृंखला लॉन्च की है। ये जूते मुख्य रूप से पॉलीयूरीथेन (PU) से बने हैं, जो देखने में चमड़े जैसे लगते हैं, लेकिन वजन में हल्के होते हैं। PU के खास गुण हैं – यह सस्ता, टिकाऊ और पर्यावरण के लिए सुरक्षित है। जूते अगर खराब भी हो जाएं, तो माटी में मिलकर “डस्ट” बन जाते हैं और प्रकृति को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते।
इस व्यवसाय का मुख्य उद्देश्य पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के ग्रामीण इलाकों की निम्न और मध्यम वर्ग की महिलाओं को सस्ते, अच्छे और मजबूत जूते उपलब्ध कराना है। आने वाले समय में पुरुषों और बच्चों के लिए भी कम मूल्य और हल्के जूतों को बाज़ार में पेश करने की योजना बनाई गई है। कंपनी ने स्थानीय डिस्ट्रीब्यूटर्स और रिटेलर्स के साथ समझौता किया है और जल्द ही नार्थ बंगाल के साथ-साथ बिहार और झारखंड में भी अपने ब्रांड को पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
मंगलवार को बाइपास के एक प्रतिष्ठित होटल में आयोजित प्रदर्शनी में लगभग 100 डिस्ट्रीब्यूटर और रिटेलर्स मौजूद थे। इस मौके पर अमीरुल इस्लाम ने कहा, “हमारा उद्देश्य यह है कि हमारे जूते पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए बिलकुल सुरक्षित हों और गांव के लोगों को किफायती दरों पर अच्छे गुणवत्ता वाले जूते मिलें।” मुख्य रूप से मुर्शिदाबाद जिले के निवासी इस्लाम ने यह भी बताया कि आगामी दुर्गापूजा के मौके पर वे मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत बनाना चाहते हैं।
कंपनी ने पहले ही पश्चिम बंगाल के बैंकुरा, बीरभूम, बर्दवान, और मुरशीदाबाद सहित दक्षिण बंगाल के कई क्षेत्रों में वितरण की व्यवस्था कर ली है, और उत्तर बंगाल को भी अपना अगला टारगेट बना लिया है। इसके साथ ही बिहार और झारखंड में भी विस्तार की योजना है।
अमीरुल इस्लाम ने बताया, “हमारा कच्चा माल पूरी तरह से इको-फ्रेंडली है, इसमें कोई भी ऐसा घटक नहीं है जो पर्यावरण या मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो। जल्द ही हमारा खुद का शो-रूम कोलकाता में खोलने का भी प्लान है।” इस तरह, ये जूते अपनी गुणवत्ता, कम कीमत, और पर्यावरणीय लाभ के कारण बाज़ार में अपनी जगह तेजी से बना सकते हैं।
जल्द ही कंपनी कोलकाता में अपने खुद के शोरूम की शुरुआत करने की योजना बना रही है ताकि महानगर में ब्रांड की पहचान और पहुंच बढ़ सके। पर्यावरण हितैषी कच्चे माल, किफायती कीमत और ग्रामीण उपभोक्ताओं पर केंद्रित इस पहल से, उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही यह ब्रांड स्थानीय मार्केट पर अच्छी पकड़ बना लेगा।