जामुड़िया। जामुड़िया से लेकर बीरभूम ज़िले तक अजय नदी के किनारे बसे गाँव के लोग जलस्तर कम होने पर एक अस्थायी पुल के ज़रिए नदी पार करते हैं. मानसून के दौरान, एकमात्र सहारा एक छोटी नाव ही होती है. बीरभूम,पश्चिम बर्दवान जिला और पड़ोसी राज्य झारखंड से कई मज़दूर रोज़ी-रोटी की तलाश में हर दिन नदी पार करते हैं. इसके अलावा, कई छात्र पढ़ाई के लिए आते हैं और ज़िले के विभिन्न हिस्सों से छोटे व्यवसायी भी व्यापार के लिए नदी पार करते हैं. इसी क्रम में जामुड़िया ब्लॉक 2 के बागडीहा स्थित सिद्धपुर अजय घाट पर शुक्रवार की देर शाम 15 यात्रियों को ले जा रही एक नाव नदी के बीच में फंस गई. जिसके बाद हड़कंप मच गया एवं यात्रियों की जान सांसत में अटक गई. खबर मिलने के बाद नदी के दोनों किनारे लोग इकट्ठा हो गए. सूचना जामुड़िया थाना को दी गई. जामुड़िया पुलिस स्टेशन से एक बड़ी पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंची, स्थिति का आकलन किया और आपदा प्रबंधन टीम को सूचित किया, जिसके बाद बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचा. युद्ध स्तर की तेजी के साथ कई दौर के बचाव अभियान के बाद, लगभग 10 घंटे के लंबे समय के बाद नदी के बीच में फंसे नाविक सहित 17 यात्रियों को बचा लिया गया.
घटना की विस्तृत जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम 6 बजे बीरभूम के नबासन के पास के गांव के कुल 15 मजदूर जामुड़िया में एक निजी कारखाने के काम में शामिल होने के लिए नाव से बीरभूम से पश्चिम बर्दवान आ रहे थे. लेकिन अचानक नदी के बीच में नाव के इंजन का बेल्ट टूट गया. इसके बाद नाव ने नियंत्रण खो दिया। चूंकि नदी में पानी अधिक था, इसलिए नाव धारा के साथ चलने लगी. सौभाग्य से, नदी के बीच में पानी की पाइपलाइन थी, इसलिए नाव फंस गई। घटना की खबर मिलते ही दोनों जिलों के बड़ी संख्या में लोग नदी के किनारे जमा हो गए. सूचना जामुड़िया पुलिस स्टेशन को दी गई. जामुड़िया पुलिस स्टेशन से एक बड़ी पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंची, स्थिति का आकलन किया और आपदा प्रबंधन टीम को सूचित किया, जिसके बाद बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचा। युद्ध स्तर की तेजी के साथ कई दौर के बचाव अभियान के बाद, लगभग 10 घंटे के लंबे समय के बाद नदी के बीच में फंसे नाविक सहित 17 यात्रियों को बचा लिया गया. इसके साथ ही खबर मिलते ही जामुड़िया ब्लॉक 2 के सामुदायिक विकास अधिकारी अरुणालक घोष, जामुड़िया ब्लॉक 2 के उपाध्यक्ष दिनेश चक्रवर्ती, चिंचुरिया क्षेत्र अध्यक्ष सोमनाथ चक्रवर्ती, स्थानीय नेता और जनप्रतिनिधि तथा क्षेत्र के लोगों समेत प्रशासन के उच्च पदस्थ अधिकारी मौके पर पहुंच गए. इस घटना की खबर फैलते ही नदी के दोनों ओर के निवासियों में व्यापक दहशत फैल गई.