हुगली, 24 जून। हुगली जिला की नवोदित साहित्यिक संस्था ‘शब्द साधना ‘के बैनर तले हिन्द मोटर के अचीवमेंट एकेडमी, नंद कुठी में प्रथम गोष्ठी सम्पन्न हुई। संस्था की अध्यक्ष श्यामा सिंह ने कहा कि हमारा उदेश्य है कि ऐसे कवियों को सामने लाने के लिए जिनको मंच नहीं मिल पाता है। अच्छी कविता लिखना हमेशा एक कठिन कार्य रहा है। जैसे-जैसे सभ्यता का विकास होता जाएगा वैसे-वैसे कवि-कर्म और कठिन होता जाएगा उन्होंने यह भी कहा कि यह काव्य संसार वैविध्यपूर्ण है। अच्छी कविता और अच्छे रचनाकारों को भविष्य का मार्ग इन्ही के बीच कहीं तलाशना होगा। संस्था के साहित्य मंत्री डाॅ शिव प्रकाश दास ने स्वागत वक्तव्य दिया। सरस्वती वंदना रीमा पाण्डेय ने की। तत्पश्चात कविताओं का दौर चला जिनमें अजय कुमार झा ‘तिरहुतिया ‘ने कविता पढीं-वीर व्रती यश कीर्ति अपार, माॅ भारती के लाल, तरुणाई से जिसके काल भी कभी थर्राया था। ‘खूब वाहवाही मिली। रणजीत भारती की रचना यूँ रही ‘वतन ये हिन्द ‘भारती ‘गुलाब रंग-रंग के, महक सभी की एक है मेयार यक समान है। ‘राम पुकार सिंह ‘पुकार गाजीपुरी ‘ने गजल सुनायीं ‘बिगुल जहाँ में बजा के देखो,मशाल दिल में जला के देखो। ‘खूब तालियाँ बटोरी। वरिष्ठ गीतकार चन्द्रिका प्रसाद पाण्डेय ‘अनुरागी ‘ने भी गीत सुनाकर सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। इसके अलावा अन्य कवियों में राम नाथ बेखबर,आदित्य त्रिपाठी, संजय शुक्ल, शिवम तिवारी, डाॅ रामाशंकर सिंह, देवेश मिश्र ,शिवम सिंह ने रचनाएँ सुनाकर सभागार में बैठे हुए लोग तमाम रचनाकारों की रचना की तारीफ की। कार्यक्रम की अध्यक्षता अजय कुमार सिंह, मुख्य अतिथि चन्द्र भानु गुप्त ‘मानव ‘तथा विशिष्ट अतिथि सिराज वर्धन, प्रभु दयाल वरवाडिया ने मंच की शोभा बढ़ायी। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रदीप कुमार धानुक ने किया।