रानीगंज/ सुरक्षा की तरफ से सेमिनार में कॉरपोरेट हॉस्पिटल सुभद्रास्नी के चिकित्सकों की राय। इमरजेंसी हेड डॉक्टर सुनील कुमार चौधरी ने कहा कि गर्मियों के मौसम में तापमान बढ़ जाता है और डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।
गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पर्याप्त पानी पीना बहुत जरूरी है। कम से कम 8-10 गिलास पानी प्रतिदिन पिएं दोपहर के समय जब धूप सबसे तेज होती है, तो बाहर निकलने से बचे। *स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सर्वानी मंडल* ने कहा कि हल्के और ढीले कपड़े पहनने से शरीर को ठंडा रखने में मदद मिलती है। कपास जैसे प्राकृतिक फाइबर वाले कपड़े पहनना बेहतर होता है।
शीतल पेय पदार्थ जैसे कि नींबू पानी, छाछ, और फलों का रस पीने से शरीर को ठंडा रखने में मदद मिलती है।
गर्मियों में भारी भोजन करने से बचें और हल्के और सुपाच्य भोजन का सेवन करें।
एम डी चिकित्सा सुमंतो सिन्हा ने कहा कि गर्मियों में व्यायाम करने के लिए सुबह या शाम का समय चुनें जब तापमान कम होता है। हीट स्ट्रोक के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, चक्कर आना, और उल्टी शामिल हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर अंकित राय ने कहा कि डिहाइड्रेशन के लक्षणों में प्यास लगना, मुंह और गले का सूखना, और पेशाब का कम आना शामिल हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो पर्याप्त पानी पीना शुरू करें और अगर लक्षण गंभीर हों तो डॉक्टर से संपर्क करें।
डॉक्टर की सलाह का पालन करके आप गर्मियों के मौसम में स्वस्थ और सुरक्षित रह सकते हैं।