कोलकाता । इस्लाम के प्रवर्तक पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर पश्चिम बंगाल में चार दिनों तक लगातार अल्पसंख्यकों के उग्र उपद्रव, तोड़फोड़, हिंसा और आगजनी के मामले में 42 प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके साथ ही 200 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। यह जानकारी राज्य पुलिस के एडीजी (कानून व्यवस्था) जावेद शमीम ने सोमवार को दी है। उन्होंने राज्य सचिवालय में मीडिया से मुखातिब होकर बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उन लोगों की शिनाख्त की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है जिन्होंने हिंसा में भागीदारी निभाई है। सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी सड़क जाम करने, आगजनी करने, ट्रेन रोकने और तोड़फोड़ करने जैसी घटनाओं में शामिल होकर राज्य की शांति व्यवस्था को बाधित किया है उन सभी को चिन्हित करने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा। इन मामलों में ऐसी चार्ज शीट दी जाएगी ताकि इन लोगों को कठोर से कठोर सजा मिले।
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पुलिस की सराहना
– जावेद शमीम ने विरोध प्रदर्शनों को संभालने को लेकर पुलिस कर्मियों की कथित सकारात्मक भूमिका की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि छोटी से छोटी घटना के बारे में भी जानकारी मिलने के तुरंत बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। अभी भी लगातार धड़ पकड़ और छापेमारी अभियान चल रहा है। कई वरिष्ठ अधिकारी सड़कों पर हैं और हावड़ा सहित विभिन्न क्षेत्रों में हालात सामान्य रखने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि कई जगहों पर हिंसा आगजनी तोड़फोड़ जरूर हुई लेकिन किसी की मौत नहीं हुई है अथवा कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है।
उन्होंने बताया कि जो 42 प्राथमिकी दर्ज की गई है उनमें से 17 हावड़ा में और नौ मामले हावड़ा ग्रामीण इलाके में दर्ज किए गए हैं। बाकी राज्य के अन्य हिस्सों में हैं।
उन्होंने बताया कि हावड़ा में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है। हालांकि जिले में कर्फ्यू फिलहाल नहीं हटाई जाएगी। धीरे-धीरे हालात को समझने के बाद ही प्रशासन कर्फ्यू हटाने के बारे में निर्णय लेगा। जावेद शमीम ने यह भी कहा कि हिंसा और आगजनी की घटनाओं में जो लोग प्रत्यक्ष ना आकर परोक्ष तौर से भी मददगार रहे हैं उनके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा रविवार को नदिया और मुर्शिदाबाद में फैली हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि फिलहाल वहां इंटरनेट बंद रखा जाएगा और धारा 144 लागू रहेगी।
शमीम ने दावा किया कि कहीं भी रैली अथवा हल्की भीड़ की सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर उसे रोकने की कोशिश कर रही है।