कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उत्तर बंगाल सफर से पहले हथियारबंद उग्रवादियों के साथ वीडियो जारी कर धमकी देने वाले उग्रवादी संगठन कामतापुर लिबरेशन आर्गेनाइजेशन (केएलओ) के बारे में बात करने की कोशिश कर रहे अपने ही विधायक को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जमकर फटकार लगाई है। दो दिवसीय दौरे पर अलीपुरद्वार में मौजूद ममता बनर्जी ने दौरे के आखिरी दिन बुधवार को कई सरकारी परियोजनाओं का शिलान्यास किया है। यहां उनके विधायक रवींद्रनाथ घोष मौजूद थे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद जब मुख्यमंत्री मंच पर ही मौजूद थीं, उसी समय विधायक रवींद्रनाथ घोष ने उग्रवादी संगठन के लोगों के बारे में कुछ बात करनी चाही लेकिन संगठन का नाम सुनते ही मुख्यमंत्री भड़क गईं। वहां मौजूद डीएम, एसपी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के सामने ही उन्होंने सरेआम अपने विधायक को फटकार लगानी शुरू कर दी। ममता ने कहा, “जो लोग बंदूक दिखाकर डराते हैं, हिंसा का सहारा लेते हैं, अलग देश की मांग कर रहे हैं, उनकी खुशामद मेरे सामने बिल्कुल मत करो। यह मैं बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करूंगी। मैं कुछ भी नहीं सुनना चाहती हूं।”
सीएम के इस मिजाज को देखकर विधायक सहम गए थे और मंच से नीचे उतर आए थे।
उल्लेखनीय है कि सोमवार अपराह्न के समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल दौरे के लिए रवाना हुई थीं। उसके पहले केएलओ प्रमुख जीवन सिंह ने ऑटोमेटिक एके-47 बंदूक को चलाएं उग्रवादियों को साथ लेकर छह मिनट का एक वीडियो जारी किया थइ जिसमें पृथक कोच कामतापुर देश की मांग की थी। उन्होंने ममता बनर्जी को धमकी देते हुए कहा था कि अगर वह कामतापुर क्षेत्र में पैर रखेंगी तो अंजाम बुरा होगा। लाखों लोगों की जान जाएगी। इसके बाद मंगलवार को यहां संबोधन करते हुए ममता ने इशारे इशारे में कहा था कि मुझे बंदूक के बल पर डराया नहीं जा सकता।
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया है कि वीडियो जारी करने वाले जीवन सिंह और उसके साथियों की तलाश में राज्य सीआईडी और बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम जुट गई है।