कोलकाता । भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) से सौरव गांगुली के इस्तीफे संबंधी अटकलों पर उनके दफ्तर ने विराम लगा दिया है। उनकी व्यक्तिगत सहायिका तानिया भट्टाचार्य ने गुरुवार को स्पष्ट किया है कि सौरव गांगुली ने ना तो बीसीसीआई से इस्तीफा दिया है और ना ही इस्तीफा देने का उनका कोई इरादा है। इसके अलावा इस तरह के भी कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें राज्यसभा भेजा जा सकता है। इस पर भी विराम लगाते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति में भी आने का दादा का कोई इरादा नहीं है।
बुधवार शाम के समय सौरव गांगुली ने ट्विटर पर लिखा था कि वह नई पारी शुरू करने जा रहे हैं। उसके बाद से ही कई जगह मीडिया में ये खबरें चलने लगी थीं कि सौरव गांगुली ने बीसीसीआई से इस्तीफा दे दिया है और उन्हें राज्यसभा भेजा जा सकता है। हालांकि उनके करीबी सूत्रों ने बताया है कि गांगुली गरीब बच्चों के मुफ्त पठन-पाठन और खेल आदि के प्रशिक्षण के लिए स्कूल खोलने जा रहे हैं। उनका इशारा इसी ओर था। हालांकि उनकी पीए तानिया से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “आपको दादा के अगले कदम के बारे में इंतजार करना होगा। वह खुद ही इस बारे में जानकारी देंगे।
उन्होंने दोबारा दोहराया कि ना तो वह बीसीसीआई पद से इस्तीफा दे रहे हैं और ना ही राजनीति में कदम रख रहे हैं।