कोलकाता । स्वास्थ्य साथी कार्ड स्वीकार नहीं करने पर अस्पताल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई’ होगी। बुधवार को राज्य सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो टूक निर्देश दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने राज्य द्वारा जारी स्वास्थ्य कार्ड से बंगाल में ही इलाज कराने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा, ‘अगर हम हेल्थ कार्ड से दूसरे राज्य में इलाज करवाते हैं, तो यहां का हमारा पैसा दूसरे राज्य में चला जाता है। मैं चाहती हूं कि हमारा पैसा यहीं रहे।
मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना की स्थिति पर चर्चा करने के लिए सचिवालय के सभागार में एक आपातकालीन बैठक की। बैठक में सभी जिलों के जिला अधिकारियों, स्वास्थ्य अधिकारियों और मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षकों ने भाग लिया। सूत्रों के मुताबिक बैठक में राज्य के स्वास्थ्य की स्थिति और स्वास्थ्य कार्ड पर भी चर्चा हुई
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पुलिस, कोलकाता पुलिस, जिला प्रशासन को रक्तदान शिविर आयोजित करने पर जोर देना चाहिए। क्लबों को भी रक्तदान शिविर आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
मालदा, दक्षिण 24 परगना, जलपाईगुड़ी और झारग्राम जिलों में अभी भी कोविड टीकाकरण की दर 90 प्रतिशत से कम है। टीकाकरण बढ़ाया जाए।
जिला अस्पताल से रेफर करने की प्रवृत्ति को कम किया जाए। गैर-कोविड मरीजों के इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती जा सकती है।
स्वास्थ्य केंद्रों के बुनियादी ढांचे में सुधार की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों को अस्पतालों का औचक दौरा करने की हिदायत दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए अभी से आवश्यक उपाय किए जाने चाहिए।
इससे पहले अप्रैल में जब दिल्ली समेत पूरे राज्य में कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा था, सरकार ने पूरे राज्य में सर्वेक्षण करने का फैसला किया था। हर अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र को भी दिशा-निर्देश भेजे गए थे। डॉक्टरों को भी सावधान रहने को कहा गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि बचावमूलक कदम जारी रहना चाहिए।